मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ में निजी निवेशक किसानों के साथ कान्ट्रेक्ट फाॅर्मिंग कर चुकंदर का उत्पादन करेंगे। जिसके साथ ही एक सुगर प्लांट स्थापित किया जाएगा, जिसमें चुकंदर से चीनी बनाई जाएगी। इससे लिक्विड फाॅर्म में भी सुगर का निर्माण किया जाएगा।
जल सहेलियां जल सुरक्षा के एजेंडे को आगे बढ़ाने, लोगों को जागरूक करने जैसी प्रक्रियाओं सहित जल अधिकारों और उनके सामूहिक दावे की दिशा में काम करने की ज़िम्मेदारी निभाती हैं।
सेवानिवृत्त अधिकारियों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर अरावली के लिए जल्द ही संरक्षण और सुरक्षा रणनीतियों की मांग की है। यहां हो रहे अवैध खनन के कारण जैव विविधता नष्ट हो रही है, साथ ही वन्यजीवों पर बुरा प्रभाव छोड़ रही है।
पन्ना टाइगर रिजर्व को रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व से जोड़ने वाला गलियारा छतरपुर जिले की बाजना रेंज के अंतर्गत आता है। इसी बाजना रेंज में 40 हेक्टेयर वन भूमि पर अतिक्रमण किया जा रहा है। वन विभाग ने भूमि से अतिक्रमण हटाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की है।
मध्य प्रदेश के रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व में 2024 के आंकलन के हिसाब से 19 बाघ हैं। इन बाघों के रेस्क्यू और निगरानी के लिए सिर्फ दो हाथी ही हैं। जबकि दुर्गावती टाइगर रिजर्व का कोर एरिया सबसे बड़ा है, जहां 10 हाथियों की जरूरत है।
किशनगढ़ रेंज में भारी मशीनों से सड़क निर्माण करवाया जा रहा है। कच्ची सड़क और नाली के निर्माण में मजदूरों से काम करवाने का प्रावधान है। इसी इलाके में पांच बाघों का स्थायी आवास है। मशीनों के उपयोग से क्षेत्र पिछले एक सप्ताह से अशांत है।
उर्मिल बांध में दो मीटर पानी अधिक है, फिर भी पानी नहर में न छोड़े जाने से छतरपुर जिले के किसान परेशानियों का सामना कर रहे हैं। जबकि सिंचाई विभाग ने पानी कम होने की बात कह कर नहर में पानी छोड़ने से मना कर दिया है।
मध्य प्रदेश में एनीमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत गुजरात के गिर से दो शेरों का जोड़ा लाया गया है। इसे भोपाल के वन विहार में रखा गया है। लाए गए जोड़े और उनसे ब्रीडिंग कराकर पैदा होने वाले शावकों को मध्य प्रदेश के जंगलों में छोड़ा जाएगा।
आर्थिक सर्वे 2024-25 के अनुसार देश के कृषि क्षेत्र में कई सकारात्मक बदलाव हुए हैं। वित्तीय वर्ष 2023-24 में खाद्यान्न के उत्पादन में 332 मिलियन टन के रिकाॅर्ड को छुआ है। भारत इसके साथ दूध, दालों और मसालों का सबसे बड़ा उत्पादक बन गया है।
भारत में एफपीओ को लेकर सरकार नई नीति बनाने पर विचार कर रही है और इसी बीच FPO पर आयी NAFPO की रिपोर्ट से पता चलता है कि मध्य प्रदेश किसानों के लिए व्यवसाय करने में सबसे अच्छा प्रदेश है। इसके बाद महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश दूसरे व तीसरे नम्बर पर है।
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