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ग्राउंड रिपोर्ट हिंदी

दल सागर लेक: एनजीटी का आदेश, निर्माण ध्वस्त कर और झील को फिर से पहले जैसा करें

waste in wetland seoni
By Shishir Agrawal

एनजीटी ने अपने हालिया आदेश में कहा है कि सिवनी की दल सागर लेक पर किए गए निर्माण कार्य से झील को नुकसान पहुंचा है। इसकी भरपाई के लिए ट्रिब्यूनल ने निर्माण ध्वस्त करने, एसटीपी के समय से निर्माण और अवैध कब्ज़े हटाने का आदेश दिया है।

वेयरहाउस संचालकों द्वारा मूंग तुलाई का विरोध बना किसानों के लिए संकट

Moong threshing in Madhya Pradesh
By Sanavver Shafi

राज्‍य में मूंग खरीदी नीति में खामियां और वेयरहाउस संचालकों का बहिष्‍कार किसानों के लिए संकट बन गया है। संचालकों की मांगें जायज हैं, परंतु बहिष्‍कार का असर छोटे और मझोले किसानों पर पड़ रहा है, जो एमएसपी पर निर्भर हैं। 

एशिया की सबसे बुजुर्ग हथिनी 'वत्सला' की अविस्मर्णीय कहानी

नवंबर 2024 में पन्ना टाइगर रिजर्व में हिनौता कैम्प के पास वत्सला
By Dr Sarjana Chaturvedi

पन्ना टाइगर रिजर्व के हिनौता परिक्षेत्र के अंतर्गत सबसे बुजुर्ग हथनी लगभग 100 वर्ष से अधिक आयु की वत्सला की 8 जुलाई मंगलवार को मृत्यु हो गई। सुबह 8:30 बजे तक वह बिल्कुल ठीक थी। वत्सला को एशिया की सबसे बुजुर्ग हथनी माना जाता है।

मुजफ्फरपुर के कांटी में मशरूम की खेती से समृद्धि का सपना देखते किसान

Mushroom Farmers of Bihar
By Rajeev Tyagi

दशकों तक, मुजफ्फरपुर—भारत की लीची राजधानी के तौर पर जाना जाता रहा। लेकिन कांटी के कोयला आधारित बिजली संयंत्र से निकलने वाली फ्लाई ऐश अब जिले के बागों पर काली स्याही की तरह जम गई है।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति: उत्तीर्ण फिर भी नौंवी कक्षा में प्रवेश से वंचित

Rishi Mogiya who couldn't get admission in 9th standard due to New Education Policy Flaws
By Abdul Wasim Ansari

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में बच्चों की पहली कक्षा में प्रवेश की उम्र 6 वर्ष निर्धारित की गई है। पहले भी नियम था कि 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को स्कूल में प्रवेश नहीं दिया जाएगा, लेकिन सरकारी प्राथमिक स्कूलों में इन नियमों को नजरअंदाज कर दिया गया।

खिवनी खुर्द में आदिवासियों के जीवन पर बुलडोजर का कहर

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By Sanavver Shafi

देवास के खिवनी खुर्द में 29 आदिवासी परिवार बेघर। वन विभाग की कार्रवाई पर सवाल, 5000 लोगों का विरोध प्रदर्शन। राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने लिया मामले का स्वतः संज्ञान।

मूंग की फसल पर लगा रसायनिक होने का दाग एमपी के किसानों के लिए बनेगा मुसीबत?

मूंग की फसल हारवेस्ट करते किसान
By Sanavver Shafi

2025-26 में मूंग के लिए 8,682 रुपये प्रति क्विंटल का MSP तय था, जो किसानों की आर्थिक रीढ़ था। लेकिन सरकारी फैसले के बाद उन्हें मंडियों में 5000 से 5500 रुपये प्रति क्विंटल के दाम पर फसल बेचने को मजबूर होना पड़ा।

केरल की जमींदार बेटी से छिंदवाड़ा की मदर टेरेसा तक: दयाबाई की कहानी

dayabai chhindwada
By Dr Sarjana Chaturvedi

मध्य प्रदेश में गोंड आदिवासियों के बीच काम कर रही दयाबाई समुदाय की शिक्षा और स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए लगातार संघर्षरत हैं। अमेरिका में अपनी उच्च शिक्षा पूरा करने का प्रस्ताव ठुकराकर उन्होंने आदिवासियों और किसानों के लिए काम करना चुना।

जाल में उलझा जीवन: बदहाली, बेरोज़गारी और पहचान के संकट से जूझता फाका

faka the fisherman
By Sayali Parate

फाका अलीराजपुर के एक छोटे से गांव ककराना का निवासी है। वो और उसके समुदाय के लिए गांव के किनारे बहने वाली नर्मदा नदी ही अआजीविका का एक मात्र साधन है। मगर नदी में मछलियों की घटती संख्या और पहचान का संकट उनका जीवन कठिन कर देता है।

धूल में दबी जिंदगियां: पन्ना की सिलिकोसिस त्रासदी और जूझते मज़दूर

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By Manvendra Singh Yadav

पन्ना जिले के गांधीग्राम में पत्थर खदानों में काम करने वाले मजदूर सिलिकोसिस की बीमारी से पीड़ित हैं। तिरसिया बाई ने इससे अपने ससुर व पति को मरते देखा है। मगर सरकार के पास इसके लिए न कोई स्पष्ट आंकड़ा है न इलाज का कोई तरीका।

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