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एशिया की सबसे बुजुर्ग हथिनी 'वत्सला' की अविस्मर्णीय कहानी

नवंबर 2024 में पन्ना टाइगर रिजर्व में हिनौता कैम्प के पास वत्सला
By Dr Sarjana Chaturvedi

पन्ना टाइगर रिजर्व के हिनौता परिक्षेत्र के अंतर्गत सबसे बुजुर्ग हथनी लगभग 100 वर्ष से अधिक आयु की वत्सला की 8 जुलाई मंगलवार को मृत्यु हो गई। सुबह 8:30 बजे तक वह बिल्कुल ठीक थी। वत्सला को एशिया की सबसे बुजुर्ग हथनी माना जाता है।

बाघों के लिए देश में कान्हा टाइगर रिजर्व सबसे उपयुक्त, पेंच दूसरे नंबर पर

Budhni Water222
By Chandrapratap Tiwari

इस अध्ययन में उन आठ प्रमुख बाघ अभयारण्यों को चिह्नित किया गया है जहां शाकाहारी जीवों का घनत्व प्रति वर्ग किलोमीटर 50 से अधिक है। भारत के शीर्ष आठ बाघ आवास स्थलों में मध्य प्रदेश के तीन टाइगर रिजर्व शामिल हैं, जिनमें बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व भी सम्मिलित है। 

प्रजातियों की आनुवंशिक विविधता कम हो रही है

Genetic Diversity of Species
By Ground Report Desk

यदि संरक्षण प्रयासों में जेनेटिक विविधता को प्राथमिकता दी जाए, तो हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि प्रजातियां न केवल आज जीवित रहें, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी सशक्त और जीवनक्षम बनी रहें।

पन्ना-रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व कॉरिडोर के 40 हेक्टेयर जंगल पर अतिक्रमण

tiger
By Manvendra Singh Yadav

पन्ना टाइगर रिजर्व को रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व से जोड़ने वाला गलियारा छतरपुर जिले की बाजना रेंज के अंतर्गत आता है। इसी बाजना रेंज में 40 हेक्टेयर वन भूमि पर अतिक्रमण किया जा रहा है। वन विभाग ने भूमि से अतिक्रमण हटाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की है। 

पन्ना टाइगर रिजर्व में नियमों के विरुद्ध हो रहा निर्माण कार्य

Panna Tiger Reserve
By Manvendra Singh Yadav

किशनगढ़ रेंज में भारी मशीनों से सड़क निर्माण करवाया जा रहा है। कच्ची सड़क और नाली के निर्माण में मजदूरों से काम करवाने का प्रावधान है। इसी इलाके में पांच बाघों का स्थायी आवास है। मशीनों के उपयोग से क्षेत्र पिछले एक सप्ताह से अशांत है। 

बाघों के बाद शेरों का नया ठिकाना बनेगा मध्य प्रदेश

Asiatic lions thrive amid human coexistence in Gujarat: study
By Manvendra Singh Yadav

मध्य प्रदेश में एनीमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत गुजरात के गिर से दो शेरों का जोड़ा लाया गया है। इसे भोपाल के वन विहार में रखा गया है। लाए गए जोड़े और उनसे ब्रीडिंग कराकर पैदा होने वाले शावकों को मध्य प्रदेश के जंगलों में छोड़ा जाएगा।

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