Powered by

Advertisment

Latest Stories

Home Authors Chandrapratap Tiwari
author image

Chandrapratap Tiwari

Journalist, focused on environmental reporting, exploring the intersections of wildlife, ecology, and social justice. Passionate about highlighting the environmental impacts on marginalized communities, including women, tribal groups, the economically vulnerable, and LGBTQ+ individuals.

MP के पांढुर्ना में प्लास्टिक को लैंडफिल में जाने से रोक रहे हैं अरुण

By Chandrapratap Tiwari

अरुण पांढुर्ना में पिछले तीन सालों से प्लास्टिक को रिसाइकल कर रहे हैं। अरुण इसे प्लास्टिक प्रदूषण की वैश्विक समस्या के समाधान के साथ ही, लोगों को रोजगार प्रदान करने के एक माध्यम के तौर पर देखते हैं। 

एमपी के मंडला से विलुप्त होती रामतिल, मिलेट मिशन पर सवाल खड़े करती है

By Chandrapratap Tiwari

रामतिल को मंडला के स्थानीय लोग जगनी बुलाते हैं। इस अनाज का उपयोग खाद्य तेल, आहार, पेंट, और साबुन उद्योग में भी किया जाता है। लेकिन मंडला के किसान अब रामतिल की खेती छोड़ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर भारत में भी पिछले तीन दशकों में रामतिल का उत्पादन लगातार घटा है।

पेंच में ‘Trees For Tigers Project’ शुरु, मानव वन्यजीव संघर्ष होगा कम?

By Chandrapratap Tiwari

सिर्फ साल 2020 में ही पेंच में 17 मानव-शेर संघर्ष देखने को मिले थे, जिसमें 6 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। ग्रो-ट्रीज नाम की संस्था इसी मुद्दे को केंद्र में रखते हुए पेंच के जंगलों से लगे एक गांव में ट्रीज फॉर टाइगर्स नाम का प्रोजेक्ट चला रही है।

सिवनी जिले में अभी तक नहीं बना एक भी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट

By Chandrapratap Tiwari

शहर में कुल 3 (सिवनी, लखनादौन, और बरघाट में) सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जाने हैं। इन प्लांट का 31 दिसंबर 2026 तक पूरा होने की अपेक्षा की गई है।

क्या है डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन 'DMF', कहां खर्च होता है इसका पैसा?

By Chandrapratap Tiwari

डीएमएफ का उद्देश्य खनन से प्रभावित और विस्थापित आबादी के लिए शिक्षा, उत्तम स्वास्थ्य, स्वच्छ पेयजल, व अन्य जरूरी अवसंरचनाओं का निर्माण करना है।

अब किसी घर नहीं होगा 'फूड वेस्ट', 4500 रु के RawBin से घर-घर बनेगी खाद

By Chandrapratap Tiwari

फूड वेस्ट की समस्याओं को देखते हुए बैंगलोर की अनु खंडेलवाल ने रॉबिन (RawBin) नाम की मशीन बनाई है। और इस पूरी प्रक्रिया में WCC (वीमेन क्लाइमेट कलेक्टिव) नाम की संस्था ने अनु की मदद की है।

Advertisment