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ग्राउंड रिपोर्ट हिंदी

Janseva Mitra Protest: मुख्यमंत्री जनसेवा मित्र क्यों मांग रहे हैं स्थाई रोज़गार?

By Shishir Agrawal

अपने कार्यकाल को बढ़ाने और स्थाई करने की मांग को लेकर सैकड़ों जन सेवा मित्र भोपाल के जम्बूरी मैदान में इकठ्ठा (Janseva Mitra Protest) हुए.

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे : विकास के इस रास्ते से आदिवासियों को क्या मिला?

By Shishir Agrawal

52 वर्षीय किसमल वासुनिया झाबुआ के उदयपुरिया गाँव के रहने वाले हैं. यह गाँव मध्यप्रदेश के उस हिस्से में आता है जहाँ से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे गुज़रता है.

Mahua and Tribals: कैसे जलवायु परिवर्तन महुआ पर निर्भर आदिवासियों के लिए चिंता का विषय है?

By Shishir Agrawal

Mahua and Tribals | देश के अलग-अलग हिस्सों में रहने वाले आदिवासियों का जीवन वनों और वनोत्पादों पर निर्भर है. महुआ ऐसे ही महत्वपूर्ण वनोत्पाद में से एक है.

जलवायु परिवर्तन से परेशान किसान को नज़रअंदाज़ करता भारत का कृषि बजट

By Shishir Agrawal

सरकार ने इस बजट में कृषि मंत्रालय को मात्र 1.27 लाख करोड़ का बजट (Agriculture Budget) प्रदान किया है. यह सभी मंत्रालयों में सबसे कम है.

चीतों का नया बसेरा 'गांधी सागर', ग्रामीणों की आजीविका और मवेशियों के लिए भूखमरी का सबब!

By Sanavver Shafi

इस साल भी 10 चीतों की खेप आने की योजना हैं, इन चीतों को मध्य प्रदेश के ही नीमच और मंदसौर जिले की सीमा में बने गांधी सागर वन अभयारण्य में बसाया जाना है।

पहचान और बाज़ार के लिए तरसती झाबुआ की गुड़िया कला

By Shishir Agrawal

झाबुआ की आदिवासी गुड़िया असल में एक स्टफ्ड डॉल आर्ट है. इसमें महिला और पुरुष के रूप में आदिवासी जोड़े और इनकी संस्कृति को दिखाया जाता है.

Hit And Run: ट्रक चालकों कीआर्थिक मुश्किलें जिनपर कभी ध्यान नहीं दिया गया

By Shishir Agrawal

हिमांचल प्रदेश के रमेश परमार अभी भी उलझे हुए नज़र आते हैं. सरकार ने यह गारंटी नहीं दी है कि आगे यह कानून (Hit And Run) लागू नहीं किया जाएगा.

Transporter's Strike : “जितना जुर्माना लगा रहे हैं उतनी हमारी साल भर की कमाई भी नहीं है”

By Shishir Agrawal

बीते 2 दिनों से चल रही देशव्यापी Transporter's strike के बाद प्रदेश सहित देश के अधिकतर हिस्सों में पहिए रुक गए हैं. सड़कें अपेक्षाकृत खाली हैं.

इंसानों पर बाघों के बढ़ते हमले, सिकुड़ते जंगल और बजट

By Shishir Agrawal

साल 2018 से 2022 के बीच बाघ द्वारा लोगों पर हमले से होने वाली मौत में इजाफ़ा हुआ है. केवल 2021 से 2022 के बीच ही यह घटनाएँ लगभग दोगुनी हो गई हैं.

मध्यप्रदेश: खुले में मीट बिक्री बंद, पर्दे के पीछे उजड़ रही लोगों की आजीविका

By Shishir Agrawal

मध्यप्रदेश में मांस-मछली खुले में बेंचना पूर्णतः प्रतिबंधित होगा. इसके बाद मैहर में इस व्यापार से जुड़े ज़्यादातर व्यापारी संकट में हैं।

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