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ग्राउंड रिपोर्ट हिंदी

शाहबाद के जंगल में पंप्ड हायड्रो प्रोजेक्ट तोड़ सकता है चीता परियोजना की रीढ़?

Save Shahabad Forest
BySanavver Shafi

राजस्‍थान के बाड़मेर जिले में स्थित शाहबाद जंगल में प्रस्‍तावित हाइड्रो पावर प्रोजेक्‍ट के लिए 4,28,600  पेड़ों की कटाई की योजना बनाई गई है। जिससे चीता गलियारे को खतरा पैदा हो गया है।

सरकार ने बढ़ाए कपास बीज के दाम, किसान बोले बढ़ती लागत को कम करे

kisan of orange
ByShishir Agrawal

सरकार ने आगामी खरीफ़ सीजन के लिए कपास बीज के अधिकतम रेट बढ़ा दिए हैं। इस पर चिंता जाहिर करते हुए किसान नेता राकेश टिकैत ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है। वहीं किसानों का कहना है कि कपास का उत्पादन घट रहा है जबकि लागत बढ़ रही है।

जल संकट: मध्य प्रदेश के 6 जिलों में 100% से ज़्यादा हो रहा भूजल दोहन

Ground water crisis madhya pradesh

मध्य प्रदेश में भूजल का संकट सामने आने लग गया है। हाल में आयी भूजल पर सरकारी रिपोर्ट के अनुसार मालवा क्षेत्र में भूजल का दोहन बढ़ गया है। इसके साथ ही इंदौर, उज्जैन जैसे शहरों में भूजल के अधिक दोहन से पानी की कमी का सामना करना पड़ सकता है।

संकट से जूझती खरगोन की जीनिंग इंडस्ट्री, कैसे बनेगा मप्र टैक्सटाइल हब

cotton khargone madhya pradesh
ByShishir Agrawal

मध्य प्रदेश सरकार टेक्सटाइल इंडस्ट्री को बढ़ावा दे रही है, लेकिन खरगोन के जीनिंग व्यापारी बढ़ती लागत, सीसीआई की खरीद और मंडी टैक्स से परेशान हैं। मिलें बंद हो रही हैं, जिससे आदिवासी मजदूर बेरोजगार हो रहे हैं। व्यापारियों को सब्सिडी की मांग है।

बायसिनोसिस: साफ सांस के लिए संघर्ष करते खरगोन के जीनिंग मज़दूर

byssinosis ginning workers khargone
ByShishir Agrawal

बायसिनोसिस फेफड़े से संबंधित एक पेशागत बिमारी है। यह ऐसे लोगों को होती है जो कपास से संबंधित किसी भी व्यवसाय से जुड़े हैं और कॉटन डस्ट के लगातार संपर्क में आते हैं। यह टीबी होने का कारण भी है मगर भारत में इसको लेकर कोई भी आंकड़ा या अलग नीति मौजूद नहीं है।

40 फीसदी बिगड़े वन निजी कंपनियों को देने से आदिवासियों का क्‍या होगा?

Tribals in Madhya Pradesh Village
BySanavver Shafi

वनों के निजीकरण की योजना को वन विभाग ने अपग्रेड करने के उद्देश्‍य से अपनी वेबसाइट पर एक संशोधित ड्राफ्ट प्रस्‍तुत किया है। विभाग ने संशोधित योजना को राज्‍य में लागू करने का समय मार्च 2025 तक निर्धारित किया है। 

आदिवासी बनाम जनजातीय विभाग: ऑफलाइन नहीं ऑनलाइन ही होगी सुनवाई

Baiga Tribe in Madhya Pradesh
BySanavver Shafi

मध्‍य प्रदेश में वन अधिकार अधिनियम के तहत दावों की सुनवाई को लेकर आदिवासी समुदाय और जनजातीय विभाग के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। यह विवाद त‍ब और गहरा गया जब राज्‍य सरकार ने सुनवाई को ऑनलाइन मोड में ही करने का फैसला लिया।

“पानी की समस्या है कि खत्म नहीं होती” नर्मदा किनारे बसे आदिवासी गांवों की कहानी

women and water crisis latest photo
BySayali Parate

अलीराजपुर जिले में नर्मदा नदी के किनारे बसे आदिवासी परिवारों की जिंदगी पानी के लिए संघर्ष में बीत रही है। महिलाओं को पठार चढ़ कर पानी लाना पड़ता है। इसमें वह रोज घंटों लगाती हैं जबकि जल जीवन मिशन यहां नदारद है।

स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण): फंड की कमी के बीच बदहाल कचरा प्रबंधन

door to door waste collection in villages

मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के गांवों में कचरा प्रबंधन की हालत बदतर है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनाए गए सेग्रिगेशन शेड और कम्पोस्ट पिट्स बेकार पड़े हैं। फंड और सफाई कर्मचारियों की कमी से गांवों में सफाई और कचरा प्रबंधन प्रभावित हो रहा है।

अनियमित मौसम की मार झेलते मध्य प्रदेश के संतरे के किसान

orange farmers in india
ByShishir Agrawal

भारत की कुल सिट्रस खेती में 40% हिस्सा नागपुरी संतरे या मैंडेरिन ऑरेंज का है। मध्य प्रदेश देश की कुल उपज का 30% संतरा उत्पादित करता है। मगर अनियमित मौसमी घटनाओं ने इसके किसानों और व्यापारियों को बुरी तरह प्रभावित किया है।

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