ग्वालियर संभाग की कई आद्रभूमियां आक्रामक जलीय पौधे के शिकंजे में हैं। ये न सिर्फ जल की गुणवत्ता को गिरा रहा है बल्कि यह इसमें आश्रय प्राप्त प्रजतियों को भी नुकसान पहुंचा रहा है।
भारत में वर्तमान में 82 रामसर साइट है। इन स्थलों के साथ भारत भारत मेक्सिको और यू.के. के बाद दुनिया भर में तीसरे स्थान पर आता है। आज से 10 वर्ष पहले भारत में मात्र 26 रामसर साइट हुआ करतीं थीं, जो इस दौर में बढ़ कर 82 हो गई हैं।
बिहार के जमुई जिले के झाझा फॉरेस्ट रेंज में नागी और नकटी पक्षी अभ्यारण्य को रामसर सम्मलेन के तहत शामिल कर लिया गया है। अब भारत में कुल रामसर साइट्स (Ramsar Sites) की संख्या बढ़कर 82 हो गई हैं।