सरदार सरोवर के चलते सितम्बर 2023 में आई बाढ़ के पीड़ितों को उचित मुआवज़ा दिलाने की मांग को लेकर नर्मदा बचाओ आन्दोलन की नेता मेधा पाटकर अनशन पर बैठ गई हैं. बीते 15 जून से जारी इस अनशन में उनके साथ प्रभावित परिवार भी शामिल हैं.
Protests in Bhopal against govt plan to rebuild bungalows for ministers & officers intensify, with hundreds gathering in Shivaji Nagar area on Friday, demanding withdrawal of the decision to cut trees.
मध्यप्रदेश के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि 29 हज़ार पेड़ काटे नहीं बल्कि स्थानांतरित किए जाएँगे. मगर सवाल यह है कि क्या वाकई भोपाल नगर निगम या फिर वन अमला इतना सक्षम है कि इतनी बड़ी संख्या में पेड़ स्थानांतरित किए जा सकें?
Last March, the Bhadbhada slum was completely demolished by the Bhopal Municipal Corporation following an order from NGT. Even after 3 months, the people here are waiting for resettlement.