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Home Authors Chandrapratap Tiwari
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Chandrapratap Tiwari

Journalist, focused on environmental reporting, exploring the intersections of wildlife, ecology, and social justice. Passionate about highlighting the environmental impacts on marginalized communities, including women, tribal groups, the economically vulnerable, and LGBTQ+ individuals.

पुराने पेड़ों को काट कर 51 लाख पौधे लगाएगा इंदौर, अमित शाह लेंगे भाग

By Chandrapratap Tiwari

बीते दिनों इंदौर में सीएम राइज स्कूल, और स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स के निर्माण के लिए मल्हार आश्रम के कई पेड़ों को प्रशाशन द्वारा काट डाला गया है। इनमें से कई 40 से 80 साल पुराने पेंड़ भी थे, और कटे हुए पेड़ों की संख्या 100 के तकरीबन की बताई जा रही है।

बालाघाट: मॉनसून में धान किसानों को मलेरिया का रहता है खतरा

By Chandrapratap Tiwari

चावल की खेती के लिए काफी चुनौतीपूर्ण और लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। धान की खेती के लिए भरे हुए पानी में जाना पड़ता है, जिससे कई प्रकार के कीड़े और मच्छर पनपते हैं, जो किसने के स्वास्थ और जीवनचर्या को प्रभावित करते हैं।

राजस्थान के बीसलपुर में बारिश के पानी को सहेजने के लिए अनोखा प्रयोग

By Chandrapratap Tiwari

बीसलपुर में ग्राम पंचायत ने सरकारी योजनाओं के सही क्रियान्वयन और स्थानीय सहयोग की मदद से जल सुरक्षा को प्राप्त किया है। इसके साथ ही किसानों की उपज में भी महत्वपूर्ण इजाफा दर्ज हुआ है।

बारिश में चीतों को इंफेक्शन से बचाने के लिए कूनों तैयार

By Chandrapratap Tiwari

मध्यप्रदेश का वन विभाग जानवरों के लिए सुरक्षात्मक कदम उठा रहा है। बीते दिनों मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में चीतों को एंटी डॉट लगाए जा रहे हैं। यह कदम बारिश के बाद होने वाले इंफेक्शन से चीतों को बचाने के लिए उठाया जा रहा है।

मिलिए उत्तराखंड में शीतलाखेत मॉडल से जंगल की आग बुझाने वाली महिलाओं से

By Chandrapratap Tiwari

वनाग्नि की खबरों के बीच अल्मोड़ा जिले का शीतलाखेट गांव एक मॉडल बन कर उभरा है, जहां समूचे ग्राम समुदाय ने मिलकर अपने वनों को बचाया है। शीतलखेट की सरकारी सेवा में फार्मसिस्ट गजेंद्र पाठक जी इस क्षेत्र में गांव की महिलाओं के साथ लंबे  समय से कार्य कर रहे हैं।

जवाई लेपर्ड सेंक्चुरी क्षेत्र के वन्यजीवों को भीषण गर्मी से बचा रहे हैं कांजी मेवाड़ा

By Chandrapratap Tiwari

पानी न मिलने पर कई बार जानवर पानी की खोज में गांव तक चले आते है। इन घटनाओं से एनिमल-ह्यूमन कंफ्लिक्ट का खतरा बढ़ जाता है। इन्ही बातों को ध्यान में रखते हुए एक चायवाले, कानजी मेवाड़ा ने स्थानीय लोगों के सहयोग से जवाई वन क्षेत्र में बड़ा काम किया है।

बेसहारा पशुओं को भीषण गर्मी से कैसे बचा रहा है राजस्थान का बीसलपुर गांव?

By Chandrapratap Tiwari

बीसलपुर गांव में 'जीव दया सेवा समिति' नाम की एक संस्था भीषण गर्मी में भी इन जानवरों आसरे से लेकर इलाज तक का ध्यान रखती है। वे जानवरों के लिए ऐसी व्यवस्था तैयार करते हैं जिससे उन्हें छाया, दाना और पानी तीनों सहजता से उपलब्ध हो सके।

'एनीमल्स विद ह्यूमैनिटी' भीषण गर्मी से बचा रही है बेज़ुबान जानवरों की जान

By Chandrapratap Tiwari

इस वर्ष देश में हीटवेव के कारण जानवर भी बुरी तरह प्रभावित हुए। जबकि इंसानों के पास छाया और ठंडा पानी उपलब्ध था, सड़कों पर रहने वाले जानवर इन सुविधाओं से वंचित थे। AWH ने शहर में कई जगहों पर पानी के बर्तन लगवाए और सैकड़ों जानवरों की जान बचाई।

जबलपुर में पहले काटे बेतहाशा पेड़ अब रिकॉर्ड बनाने लगाए जा रहे पौधे

By Chandrapratap Tiwari

जबलपुर नगर निगम, जबलपुर शहर के अलग-अलग हिस्से में 12 लाख पेड़ों का वृक्षारोपण करने जा रहा है। नगर निगम के अनुसार इस पूरी परियोजना में 8 करोड़ से अधिक का खर्च आने वाला है।

कैसे भारत में प्रोजेक्ट चीता की सफलता अब नन्हें शावकों के जीवन पर निर्भर है?

By Chandrapratap Tiwari

भारत में अफ्रीका से 20 चीते लाए गए थे, इनमें से 10 की मृत्यु हो चुकी थी। लेकिन अब कि जब भारत में इस परियोजना का दूसरा चरण शुरू होने जा रहा है, इसकी फिजिबिलिटी सवालों के घेरे में है।

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