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दिबांग अभ्यारण को टाईगर रिज़र्व बनाने के खिलाफ क्यों है अरुणाचल का इदु मिशमी समुदाय?

By Shishir Agrawal

सरकार ने यह तय किया कि वह दिबांग वाइल्ड लाइफ़ सेंचुरी को टाईगर रिज़र्व में तब्दील कर देगी. यह खबर इदु मिशमी समुदाय के लिए अछि खबर नही थी

केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट से बुन्देलखण्ड स्विट्ज़रलैंड बनेगा या फिर सुडान?

By Shishir Agrawal

दिसंबर 2021 को केन्द्रीय मंत्रालय द्वारा 44,605 करोड़ की लागत वाले केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट (KBLP) को स्वीकृति प्रदान की गई.

भारत को एलपीजी से नहीं सौर आधारित रसोई से हासिल होगा नेट ज़ीरो लक्ष्य 

By Pallav Jain

अगर 58 सालों के अथक प्रयासों के बाद भी दुनिया के सबसे ज्यादा आबादी वाले देश में लगभग आधी आबादी बायोमास जलाकर खाना बना रही है तो ज़रुरत है कि हम अपनी एलपीजी आधारित रसोई ईंधन नीति पर दोबारा विचार करें।

इंदौर का स्टार्ट-अप 'स्वाहा' इस वर्ष भी बनाएगा अमरनाथ यात्रा को वेस्ट-फ्री और इको-फ्रेंडली

By Pallav Jain

"रिस्पॉन्सिबल पिलग्रिमेज यानी जिम्मेदारी पूर्ण तीर्थयात्रा" को थीम बनाया है स्वाहा ने …

जलवायु परिवर्तन पर गलत सूचना को रोक पाने में नाकाम क्यों हैं सोशल मीडिया?

By Shishir Agrawal

जलवायु परिवर्तन कोई मिथ नहीं बल्कि एक सच्चाई है. यदि इसको लेकर सही जानकारी आम जनता को नहीं दी जाएगी तो उनमें इसे लेकर आम सहमती नहीं बनेगी.

सरहद पर लैंडमाईन्स से अपाहिज होते लोगों की आवाज़

By Pallav Jain

ग्राउंड रिपोर्ट हिंदी | आशक 2011 की उस घटना को याद कर बताते हैं कि वो नदी के पास दोस्तों के साथ खेलने गए थे, वहां चक्की के पास लैंडमाईन (Landmine) बिछी थी।

सतपुड़ा टाइगर रिजर्व क्षेत्र में बसे आदिवासियों को सपने दिखाकर किया विस्थापित, अब दो बूंद पीने के पानी को भी तरस रहे ग्रामीण

By Ground Report Desk

Satpura Tiger Reserve area Displacement of tribals yearning for drinking water सतपुड़ा टाइगर रिजर्व क्षेत्र विस्थापन के नाम पर आदिवासियों से धोखा

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे पर बन रहा है एशिया का सबसे बड़ा वाइल्डलाइफ़ कॉरिडोर

By Shishir Agrawal

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे इसलिए भी ख़ास है क्योंकि इसमें 12 किलोमीटर का वाइल्ड लाइफ़ कॉरिडोर भी बनाया जाना है.

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