एक ओर हीटवेव का प्रकोप पूरे देश में फैला हुआ है। वहीं कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) के चीते भी इससे परेशान हो रहे हैं। चीतों को गर्मी से निजात दिलाने के लिए वन विभाग पानी से छिड़काव कर रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बाड़ों में 14 शावकों सहित 25 चीतों के लिए विशेष व्यवस्था की है। फिलहाल दो चीते (एक नर और एक मादा) जंगल में हैं और अपने आवास को अनुकूलित कर रहे हैं।
सोमवार को कूनो नेशनल पार्क में तापमान तकरीबन 48 डिग्री सेल्सियस मापा गया था। इस गर्मी से चीते और उनके बच्चों को राहत देने के लिए दिन दो बार बाड़ों में पानी छिड़का जा रहा है। पालपुर रेंज के निकट बहने वाली कूनो नदी से पानी उठाया जा रहा है और 13 किमी तक फैली पाइपलाइनों के नेटवर्क के माध्यम से सॉफ्ट रिलीज बोमस में डाला जा रहा है।
वन अधिकारीयों ने मीडिया को बताया कि 2 सोलर पंप की मदद से पानी खींचा जा रहा है और पांच किलोमीटर दूर तक वितरित किया जा रहा है। इस पानी को बाड़े में छिड़कने के अलावा बाड़े के वाटर सॉसर्स में भी भरा जा रहा है, ताकि चीते पानी पी सकें। इसके अलावा सूखी नालियों में भी पानी भरा जा रहा है, जिससे एक अतिरिक्त जल स्त्रोत बन सके और वनक्षेत्र का माहौल भी ठंडा हो।
आप को बता दें कि सात चीतों की मृत्यु के बाद, गामिनी चीता ने मार्च 6 शावकों को जन्म दिया था। इस साल गर्मी अपने चरम पर है, और ये चीतों के लिए एक चुनौती भरी स्थिति हो सकती है। इन्हीं बातों को मद्देनजर रखते हुए कूनो नेशनल पार्क में पानी और शीतलता की पर्याप्त व्यवस्था करने का प्रयास किया जा रहा है।
यह भी पढ़ें
- पर्यावरण बचाने वाले उत्तराखंड के शंकर सिंह से मिलिए
- मिलिए हज़ारों मोरों की जान बचाने वाले झाबुआ के इस किसान से
- देसी बीजों को बचाने वाली पुणे की वैष्णवी पाटिल
- जवाई लेपर्ड सेंचुरी के आस-पास होते निर्माण कार्य पर लगते प्रश्नचिन्ह
पर्यावरण से जुड़ी खबरों के लिए आप ग्राउंड रिपोर्ट को फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सएप पर फॉलो कर सकते हैं। अगर आप हमारा साप्ताहिक न्यूज़लेटर अपने ईमेल पर पाना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें।