सुदूर इंडोनेशियाई द्वीप हल्माहेरा पर सोमवार को एक ज्वालामुखी फट गया। यह ज्वालामुखी विस्फोट (Volcanic eruptions) इतना भयानक था कि आसमान में छह किलोमीटर तक भूरे रंग की राख का बादल छा गया। इंडोनेशिया (Indonesia) की वॉलकनोलॉजी एजेंसी ने इससे जुड़ी जानकारियां साझा की हैं, और साथ ही स्थानीय एविएशन अथॉरिटी के लिए वार्निंग भी जारी की है।
यह विस्फोट स्थानीय समय के अनुसार सुबह 3 बजे हुआ है। यहां अप्रैल से ही ज्वालामुखी गतिविधियों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। इसके कारण आस-पास के सात गांवों में से लोगों को लोगों को बाहर निकाला गया है।
Footage captured by #Indonesia’s volcanology agency, PVMBG, shows the latest in a series of eruptions of Mount Ibu on Halmahera Island.
— CGTN Europe (@CGTNEurope) May 27, 2024
The #eruption sent black and gray volcanic ash columns 6 km (3.5 miles) into the sky. pic.twitter.com/ynCZEYZB2y
इसके अलावा एजेंसी ने स्थानीय विमानन अधिकारियों के लिए "कोड रेड" वार्निंग भी जारी की है। यह वार्निंग 6 किलोमीटर से अधिक ऊंचाई तक राख के उठने पर जारी की जाती है। इससे पहले 16 मई को हुए ज्वालामुखी विस्फोट के बाद चेतावनी के स्तर को उसके पैमाने के उच्चतम स्तर तक बढ़ाया गया था। अब सोमवार के सुबह हुए विस्फोट के बाद दोबारा ऐसा किया गया है।
माउंट इबू (Mount Ibu) में एक बाद एक श्रृंखला में ज्वालामुखी की गतिविधियां होती हैं। ऐसा इसकी पेसिफिक "रिंग ऑफ फायर (Ring of Fire)" पर स्थित के कारण होता है। इस क्षेत्र में 127 सक्रिय ज्वालामुखी हैं। इससे पहले 11 मई को मूसलाधार बारिश के बाद पश्चिम सुमात्रा प्रांत में सबसे सक्रिय ज्वालामुखी माउंट मारापी में भी आपदा की स्थिति देखने को मिली थी। जहां अचानक आई बाढ़ और ठंडे लावा प्रवाह ने आसपास के कई जिलों को अपनी चपेट में ले लिया था। इसमें कम से कम 62 लोगों की मौत हो गई थी और 10 लोग अभी तक लापता हैं।
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