...
Skip to content

Southern Germany flood: 5 लोगों की मौत, हज़ारों लोगों ने छोड़ा घर

Southern Germany flood: 5 लोगों की मौत, हज़ारों लोगों ने छोड़ा घर
Southern Germany flood: 5 लोगों की मौत, हज़ारों लोगों ने छोड़ा घर

REPORTED BY

Follow our coverage on Google News

Southern Germany flood: जर्मनी का दक्षिणी हिस्सा भारी के बारिश के बाद बाढ़ से गुज़र रहा है. बीते कुछ दिनों में यहाँ इतनी बारिश हुई है कि बीते 50 सालों का कोटा भी पूरा हो चुका है. भारी बारिश के बाद यहाँ हाल यह है कि सड़कें नदियाँ बन गई हैं. वहीँ नदियाँ अपने तटबंध तोड़कर शहरों में घुस रही हैं. इसे देखते हुए यहाँ सरकार ने आपातकाल घोषित कर दिया है. लोगों को अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह दी जा रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बाढ़ के चलते अब तक 4 से भी ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. वहीँ लगभग हज़ार से भी ज़्यादा लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है.

ऑस्ट्रिया में भी बाढ़ का ख़तरा

बारिश में किसी तरह की राहत न मिलने के चलते अब डेन्यूब नदी भी उफान पर है. फिलहाल इसके चलते जर्मनी के रेगेन्सबर्ग शहर में पानी भर गया है. मगर इससे जर्मनी के अलावा ऑस्ट्रिया और हंगरी के भी प्रभावित होने की आशंका है. दरअसल यह नदी आगे जाकर ऑस्ट्रिया के लिंज़ (linz) शहर से मिलती है. ऑस्ट्रिया में यह  नदी करीब 350 किमी तक बहती है. ऐसे में बाढ़ के बाद ऑस्ट्रिया ने इस नदी पर जहाज़ों के संचालन पर रोक लगा दी है.  

जर्मनी में बढ़ती बाढ़

जर्मनी में बीते साल भी सन 1991 से 2020 के बीच हुई औसत बारिश से भी 20 प्रतिशत ज़्यादा बारिश हुई थी. वहीँ इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित एक लेख के अनुसार यहाँ तीव्र बारिश की दर बीते 4 दशकों के आँकड़ों के मुकाबले 10 प्रतिशत ज़्यादा है. यानि बदलती जलवायु के साथ ही जर्मनी में बारिश का आँकड़ा भी बढ़ रहा है. विशेषज्ञों के अनुसार धरती का तापमान यदि 1 डिग्री बढ़ता है तो हवा की आद्रता सोखने की क्षमता 7 प्रतिशत तक बढ़ जाती है. यानि जैसे जैसे धरती गर्म होगी जर्मनी सहित पूरी दुनिया में बाढ़ और तूफ़ान की घटनाएँ बढ़ जाएंगी.

यह भी पढ़ें

पर्यावरण से जुड़ी खबरों के लिए आप ग्राउंड रिपोर्ट को फेसबुकट्विटरइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सएप पर फॉलो कर सकते हैं। अगर आप हमारा साप्ताहिक न्यूज़लेटर अपने ईमेल पर पाना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें।

Author

Support Ground Report to keep independent environmental journalism alive in India

We do deep on-ground reports on environmental, and related issues from the margins of India, with a particular focus on Madhya Pradesh, to inspire relevant interventions and solutions. 

We believe climate change should be the basis of current discourse, and our stories attempt to reflect the same.

Connect With Us

Send your feedback at greport2018@gmail.com

Newsletter

Subscribe our weekly free newsletter on Substack to get tailored content directly to your inbox.

When you pay, you ensure that we are able to produce on-ground underreported environmental stories and keep them free-to-read for those who can’t pay. In exchange, you get exclusive benefits.

Your support amplifies voices too often overlooked, thank you for being part of the movement.

EXPLORE MORE

LATEST

mORE GROUND REPORTS

Environment stories from the margins