दिल्ली (Delhi) में शुक्रवार को तूफान और बारिश के साथ धूल भरी आंधी चली, जिसमें कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और 23 अन्य घायल हो गए हैं। इस तूफ़ान के साथ तेज़ हवाएँ आईं जिससे कई पेड़ उखड़ गए, बिजली के खंभे गिर गए और शहर के विभिन्न हिस्सों में दीवारें गिर गईं। इस भयानक तूफ़ान के कारण दिल्ली के कई इलाकों में बिजली कटौती भी देखी गई।
दिल्ली का यह तूफान रात 9 बजे के आसपास शुरू हुआ, रात 10 बजे तक उजवा में हवा की गति 77 किमी प्रति घंटे, प्रगति मैदान में 63 किमी प्रति घंटे और लोधी रोड पर 61 किमी प्रति घंटे तक पहुंच गई।मौसम विभाग के मुताबिक, शुक्रवार को तूफान के दौरान दिल्ली के कुछ इलाकों में 77 किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। इससे पहले शुक्रवार को, मौसम विभाग ने वीकेंड के लिए धूल भरी आंधी और बारिश के लिए "येलो अलर्ट" जारी किया था, लेकिन बाद में इसे "ऑरेंज अलर्ट" में बदल दिया, जो गंभीर मौसम की स्थिति का संकेत देता है।
Dust storm in delhi 😶. Temp decreased from 39 to 33 degree Celsius. College intem hostelintem avastha 🫠 pic.twitter.com/jHoZSrmgbW
— Poombatta Hari 🦋 (@poombatta_hari2) May 10, 2024
इंडियन मेटेरोलॉजिकल डिपार्टमेंट (IMD) ने सप्ताह के आखिरी दिनों में दिल्ली में बारिश की भविष्यवाणी की है। आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार, रविवार तक अधिकतम तापमान गिरकर 37 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है, जबकि न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस और 29 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है।
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों को 152 कॉल मिलीं, जिनमें से 130 दिल्ली फायर सर्विस को की गईं। ये कॉल गिरे हुए पेड़ों, खंभों और होर्डिंग को लेकर थीं। इस तूफ़ान से हुई तबाही का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि, ढही इमारतों के संबंध में दिल्ली फायर सर्विस को 55 फ़ोनकॉल आए हैं। अधिकारियों मानें तो, दिल्ली में पावर कट्स को लेकर 200 से अधिक कॉल प्राप्त हुईं।
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