Tigers or tribals: The conservation dilemma unfolds as state governments resist forest rights while the Tiger Corridor Project threatens mass displacement of indigenous communities across India.
बैतूल के आदिवासियों ने जंगल में लगने वाली आग को रोकने के लिए अपने वनोपज संग्रहण करने के तरीकों में भी बदलाव किया है और इस प्रयास का असर भी हुआ है वर्ष 2021 की तुलना में आग लगने की घटनाएं 90 फीसदी तक कम हुई हैं।
Tribals living around the forests of Madhya Pradesh are dependent for income on the minor forest produce (Mahua, Chironji, Tendupatta etc.), but the changing weather patterns affect the forest produce.
मप्र के जंगलों के आसपास बसे आदिवासियों की आमदनी का सुनिश्चित जरिया लघु वनोपज (महुआ, चिरौंजी, तेंदुपत्ता आदि) है, जोकि उन्हें साल के छह माह आदमनी देते हैं, लेकिन पिछले कुछ सालों से बदलती जलवायु का असर वनोपज पर भी पड़ रहा है.
Climate change is a global issue that affects everyone, but its impacts are particularly pronounced for certain communities. Among these are the Gujjar and Bakarwal communities of Jammu and Kashmir.