The people from marginalised communities, with no cattle to provide dung, are the last beneficiaries of this clean energy initiative. Unfortunately, people from low-income communities majorly are exposed to unhealthy cooking.
पटना के कुछ इलाके अभी भी ऐसे हैं जहां आज भी साफ़-सफाई बहुत अधिक नज़र नहीं आती है. इन्हीं में एक अदालतगंज स्थित स्लम बस्ती भी है. जहां स्वच्छता का विशेष प्रभाव नज़र नहीं आता है.
बिहार के जमुई जिले के झाझा फॉरेस्ट रेंज में नागी और नकटी पक्षी अभ्यारण्य को रामसर सम्मलेन के तहत शामिल कर लिया गया है। अब भारत में कुल रामसर साइट्स (Ramsar Sites) की संख्या बढ़कर 82 हो गई हैं।
नेशनल हॉर्टिकल्चर बोर्ड के आंकड़ों से पता चलता है कि 2021-22 में बिहार (Bihar) में तकरीबन 28,000 मीट्रिक टन मशरूम (Mushroom) का उत्पादन हुआ है, जो देश मे उत्पादित कुल मशरूम का 10.82 फीसदी है.