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photo via x/jaggirmRanbir
Dombiwali chemical factory blast: महाराष्ट्र के डोम्बिवली में बड़ा हादसा हुआ है. यहाँ एक केमिकल फैक्ट्री के बॉईलर के फटने से आग लग लगी. इस घटना में 6 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और 48 लोग घायल हो गए. यह हादसा गुरुवार की दोपहर को हुआ. अब तकरीबन एक दिन गुज़र जाने के बाद मौत का आँकड़ा 9 तक पहुँच गया है.
बताया जा रहा है कि यह हादसा गुरूवार की दोपहर में करीब 1 बजे हुआ है. ब्लास्ट के बाद तुरंत फैक्ट्री में आग लग गई जिससे इन कर्मचारियों की मौत हुई है. पुलिस द्वारा अम्बर केमिकल नाम की इस कंपनी के निर्देशकों पर गैर इरादतन हत्या के चार्जेज़ लगाए गए हैं. हादसे की रात महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी घटना स्थल पर पहुँचे और घायलों से मुलाक़ात की.
डोंबिवली एमआयडीसीतील अमुदान केमिकल कंपनीत स्फोट होऊन झालेल्या अपघातात ८ जणांचा दुर्दैवी मृत्यू झाला असून ६० जण जखमी झाले आहेत. आज या ठिकाणी भेट देऊन परिस्थितीची पाहणी केली. तसेच रुग्णालयात जाऊन जखमी रुग्णांची विचारपूस केली.
— Eknath Shinde - एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) May 23, 2024
यावेळी कल्याण लोकसभा मतदारसंघाचे खासदार डॉ.श्रीकांत… pic.twitter.com/Y0X332zH38
डोम्बिवली के इस इलाके में 150 से भी ज़्यादा केमिकल फैक्ट्रियाँ मौजूद हैं. इन पर इंडस्ट्रियल वेस्ट और हानिकारक गैस खुले में छोड़ने के आरोप भी लगते रहे हैं. इसके खिलाफ कुछ लोगों ने आवाज़ भी उठाई. इस पर फैक्ट्री संचालकों द्वारा उन्हें धमकाने के प्रयास किए गए. 2014 में यहाँ के भूजल का अध्ययन किया गया. इसमें पता चला कि स्थानीय भूजल में कॉपर, निकिल, क्रोमियम और लेड अत्यधिक मात्रा में उपस्थित हैं. इससे यहाँ की ईकोलॉजी को नुकसान पहुचने और भूजल दूषित होने के चलते गंभीर बिमारी होने की आशंका भी जताई गई थी.
साल 2022 में इन फैक्ट्रियों को यहाँ से रायगड़ ज़िले में स्थानांतरित करने का आदेश दिया गया. इस दौरान स्थानांतरण के पीछे प्रदूषण को ही कारण बताया गया था. मगर तब भी इन फैक्ट्रियों पर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने के लिए कोई मुक़दमा दायर नहीं किया गया. यानि हर बार इन्हें बचकर निकलने के लिए एक सेफ रास्ता दिया गया है.
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