दमोह लोकसभा बुंदेलखंड की बहुत ही खास लोकसभा है। यहां से भाजपा ने राहुल लोधी को मैदान में उतारा है जो कि पहले कांग्रेस से विधायक थे, वहीं कांग्रेस ने तरवर लोधी को खड़ा किया है।
बढ़ते तामपान के चलते खुले में काम करने वाले मज़दूर सबसे ज़्यादा प्रभावित हैं. लिंग आधारित पहचान, भूमिहीन होना और योजना से वंचित होना इस कठिनाई को और बढ़ा देता है.
खजुराहो (Khajuraho) लोकसभा से भाजपा ने वी.डी. शर्मा को रिपीट किया है तो कांग्रेस और सपा ने मिल कर पूर्व आईएएस अधिकारी आर.बी. प्रजापति को चुनाव में खड़ा किया है।
बैतूल लोकसभा, अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीट है, जो कि महाराष्ट्र से सीमा साझा करती है। भाजपा ने यहां दुर्गादास उइके को रिपीट किया है तो वहीं कांग्रेस ने रामू टेकाम को दोबारा मौका दिया है।
होशंगाबाद मध्यप्रदेश की बहुत ही महत्वपूर्ण सीट है। यहां 2014 और 2019 में कांग्रेस से भाजपा में गए राव उदयप्रताप सिंह जीते थे। इस बार यहां से भाजपा ने दर्शन सिंह चौधरी को मौका दिया है, वहीं कांग्रेस ने संजय शर्मा को उतारा है।
The step wells were once the focal point of village life in drought-prone areas of India, providing a stable source of water for domestic use and irrigation.
टीकमगढ़ लोकसभा से भाजपा ने दिग्गज वीरेंद्र खटीक को रिपीट किया है तो वहीं कांग्रेस ने युवा चेहरे पंकज अहिरवार पर भरोसा जताया है। ऐसे में यह जानना दिलचस्प होगा कि इस लोकसभा क्षेत्र के लोगों के लिए कौन कौन से मुद्दे महत्वपूर्ण हैं।
बीते 3-4 फरवरी को Madhya Pradesh के मंत्रियों के लिए 2 दिन का प्रशिक्षण कार्यक्रम रखा गया था, जिसमे प्राप्त सूचना के अनुसार जरूरत से अधिक पैसा खर्च हुआ है