मनुष्य में जबतक शिक्षा का प्रसार नहीं हुआ था, उस समय तक वह बर्बर सभ्यता कहलाई है क्योंकि उसे न तो अपने अधिकारों का पता था और न ही अपने अंदर छुपी प्रतिभा का ज्ञान था.
मध्यप्रदेश में दिवाली के बाद देवउठनी ग्यारस का पर्व बहुत ही धूम धाम से मनाया जाता है। इस दिन सभी लोग अपने घरों में ईख की झोपड़ी बनाकर उसमें तुलसी की पूजा करते हैं।