जुलाई 2024 में आयी लैंसेट की एक रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक़ दिल्ली में हर साल 11.5 प्रतिशत मौतें वायु प्रदूषण के कारण होती है। खुले में काम करने वाले लोग सबसे ज़्यादा इसकी चपेट में आते हैं। अकेले 2019 में भारत में कुल मौतों में से 17.8% मौतें यानी 16.7 लाख लोगों ने अपनी जान वायु प्रदूषण के कारण गवाई थी।
The city's marginalised population disproportionately bears the brunt of the impact, or the collapse of the city’s infrastructure due to heatwaves, floods, or even untimely monsoons.