Bharat Jodo Nyaya Yatra in MP: कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress Leader Rahul Gandhi) फिर एक बार भारत की यात्रा पर निकल पड़े हैं और इसी के साथ उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनावों की तैयारी भी शुरू कर दी है। उनकी भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Nyaya Yatra) मणिपुर से शुरू हुई है और मुंबई में ख़त्म होगी। राहुल गांधी लगभग दो महीने की इस यात्रा में पूर्वोत्तर और हिंदी हार्टलैंड कहे जाने वाले 15 राज्यों में तक़रीबन 6700 किलोमीटर का सफर तय करेंगे। उनकी यह यात्रा (Bharat Jodo Nyaya Yatra) मध्य प्रदेश से भी गुजरेगी। राहुल गांधी की यह यात्रा आगामी चुनाव को किस तरह से प्रभावित कर सकती है, समझें इस रिपोर्ट में...
जोर शोर से तैयारियों में जुटी कांग्रेस
भारत जोड़ो न्याय यात्रा 3 मार्च को धौलपुर होते हुए मुरैना से मध्य प्रदेश में प्रवेश करेगी। इस यात्रा के सफल आयोजन के लिए MP कांग्रेस ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और मध्य प्रदेश प्रभारी भंवर जीतेन्द्र सिंह भोपाल, उज्जैन और ग्वालियर का दौरा करेंगे और तैयारियों का जायजा लेंगे।
पीसीसी उपाध्यक्ष राजीव सिंह ने बताया है कि 4 फ़रवरी को ग्वालियर, 5 फ़रवरी को उज्जैन और 6 फ़रवरी को भोपाल में लोकसभा के स्तर की समन्वय समिति की बैठक का आयोजन किया जाएगा। प्रदेश से अलग समितयों मसलन महिला, किसान, आदिवासी इत्यादि समितियां भी बनाई जाएंगी और प्रदेश के हर क्षेत्र से वरिष्ठ नेताओं और पदाधिकारियों को यात्रा में शामिल किया जायेगा। इनके माध्यम से जमीनी मुद्दों पर चर्चा की जायेगी।
चंबल से निकलेगा राहुल का रथ
भारत जोड़ो न्याय यात्रा मध्य प्रदेश में एक सप्ताह चलेगी और 698 किलोमीटर का सफर तय करेगी। यह यात्रा प्रदेश के 9 जिलों की सात लोकसभा सीटें कवर करेगी जिनमें ग्वालियर चंबल क्षेत्र की 4 सीटें शामिल हैं। यात्रा मुरैना से शुरू होगी फिर ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, राजगढ़, आगरमालवा, उज्जैन, रतलाम और अंत में झाबुआ होते हुए बांसवाड़ा(राजस्थान) चली जायेगी।
रोजी, रोटी, काम की बातें
राहुल गांधी अपनी इस यात्रा में आर्थिक, राजनितिक, सामजिक न्याय की बात कर रहें हैं। वे कभी मजदूरों के साथ बैठते हैं, कभी ट्रक ड्राइवरों के साथ चौपाल पर चर्चा करते हैं और कभी भर्ती की तैयारी कर रहें नौजवानों की समस्या सुनते हैं। वे लगातार अपनी यात्रा में बेरोजगारी, भ्रष्टाचार जैसे जमीनी मुद्दे पर बात कर रहें हैं जिन पर आमतौर पर राजनीतिक चर्चा नहीं हो रही है। उन्होंने अपनी यात्रा में अग्निवीर योजना की बात की और "असम के पास भारत का सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री है" जैसे तीखे बयान भी दिए।
बात का सार
2019 लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को प्रदेश में 29 में से सिर्फ एक सीट पर जीत मिली थी और वो भी छिंदवाड़ा की सेफ सीट थी जहां से तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ जीते थे। पिछले साल ही राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा निकाली थी। इस यात्रा से सियासी पारा तो चढ़ा लेकिन चुनावी नतीजा लगभग शून्य ही रहा। कांग्रेस, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में अपनी सत्ता गंवा बैठी और उसे मध्य प्रदेश में भी मुँह की खानी पड़ी। पिछले वर्ष उन्होंने पूरे भारत की पैदल यात्रा की थी। लेकिन इस बार वे सिर्फ उत्तर भारत की यात्रा पर हैं। लेकिन इस बार राहुल गांधी पैदल चलने के साथ-साथ बस से भी यात्रा कर रहे हैं। इस बीच यह देखना दिलचस्प होगा की उनकी यह यात्रा पिछली बार की तुलना में कांग्रेस को कितना फायदा पहुंचा पाती है?
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