माहवारी से जुड़ी संकुचित सोच बदलने की ज़रूरत है
सोनिया बघरी बघर, कपकोट, बागेश्वर, उत्तराखंड कहने को तो माहवारी प्रकृति की देन है, परन्तु लोगो ने इसे परंपरा से ऐसा बांधा है कि यह गांठ खुलने का नाम ही नही ले रही है. इसके नाम पर महिलाओं और किशोरियों के साथ शोषण का सिलसिला सदियों से अनवरत जारी है. अफ़सोस की बात तो यह … Read more