सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक है पुंछ शहर का दशनामी अखाड़ा
जिस प्रकार से बौद्ध धर्म के भिक्षु जहां एकत्र होते हैं उसे मठ कहा जाता है, उसी प्रकार हिंदू धर्म में संतों के मठ को अखाड़ा कहा जाता है। साधु संतों के समूह को अखाड़ा शब्द से सबसे पहले आदि शंकराचार्य ने संबोधित किया था। शुरु में अखाड़ों की संख्या केवल चार थी, लेकिन बाद … Read more