Book Review: यश की धरोहर- क्रांतिकारियों के संस्मरण
शहीद चंद्रशेखर आज़ाद, भगतसिंह, सुखदेव, राजगुरु और नारायणदास खरे के संस्मरण उनके तीन क्रांतिकारी साथी और घनिष्ठ मित्र रहे भगवानदास माहौर , सदाशिवराव मलकापुरकर, शिववर्मा ने यश की धरोहर- क्रांतिकारियों के संस्मरण किताब में लिखे हैं। भारत की आज़ादी की लड़ाई में हर कोई अपने तरीके से योगदान दे रहा था, तब नौजवानों के भीतर … Read more