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राजस्थान के धौलपुर वनक्षेत्र को मिला अभ्यारण का दर्जा

राजस्थान सरकार का रणथम्भौर बाघ परियोजना के तहत करौली के कैलादेवी अभयारण व धौलपुर वन क्षेत्र को मिलाकर पांचवा टाइगर रिजर्व तैयार करने की योजना अब आकर ले रही हैं।

By Ground Report Desk
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राजस्थान सरकार की रणथम्भौर बाघ परियोजना के तहत करौली के कैलादेवी अभ्यारण व धौलपुर वन क्षेत्र को मिलाकर पांचवा टाइगर रिजर्व तैयार करने की योजना अब आकर ले रही हैं। इसी कड़ी में वन विभाग की विशेष अधिकारी मोनाली सैन ने आदेश जारी कर धौलपुर को अभ्यारण घोषित किया है, जबकि इससे पहले वन विभाग ने इस साल की शुरूवात में कैलादेवी अभ्यारण व धौलपुर वन क्षेत्र को मिलाकर टाइगर रिजर्व बनाए जाने का प्रस्ताव नेशनल टाइगर कनजर्वेशन अथोरिटी यानि एनटीसीए को भेजा था, इस पर एनटीसीए ने भी प्रस्ताव पर मोहर लगा दी है। नए टाइगर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल 1058 वर्ग किमी होगा।

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फरवरी में मिली स्वीकृति

गत वर्ष विभाग की ओर से प्रस्ताव भेजने के बाद एनटीसीए की ओर से फरवरी 2023 में करौली च धौलपुर के जंगलों को मिलाकर टाइगर रिजर्व बनाने के लिए सैद्धांतिक स्वीकृति जारी की गई थी। इसके बाद इसके लिए एक कमेटी का गठन भी किया गया था। कमेटी में रणथम्भौर के सीसीएफ के साथ उपवन संरक्षक धौलपुर, करौली व भरतपुर के उपवन संरक्षकों को शामिल करने के साथ एक सेवा निवृत्त वन अधिकारी को भी शामिल किया था। इसके बाद कमेटी ने प्रस्तावित टाइगर रिजर्व का दौरा भी किया था।

dhaulpur sanctuary approval letter

नौ बाघ बाघिन है करौली व धौलपुर में

वन अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में करौली व धौलपुर के जंगलों में कुल सात बाघ बाघिन है। इनमें से चार करौली में व पांच धौलपुर में है। वहीं इसके अलावा धौलपुर में तीन शावकों का विचरण भी है।

यह होगा फायदा

राष्ट्रीय चंबल घडियाल अभ्यारण, धौलपुर के उपवन संरक्षक, अनिल यादव कहते हैं कि

"धौलपुर, करौली को मिलाकर टाइगर रिजर्व बनना है। इसी क्रम में धौलपुर अभ्यारण की अधिसूचना जारी की गई है। इसके बाद अब आगे की कार्रवाई की जाएगी। वे आगे कहते हैं कि इस टाइगर रिजर्व के बनने से बाघों का संरक्षण होगा। साथ ही चौसिंगा, पैंगोलिया व कैराकल कैट जैसी दुर्लभ प्रजातियों का भी संरक्षण हो सकेगा और वाइल्ड लाइफ टूरिज्म में भी इजाफा होगा।"

इस क्षेत्र को किया गया शामिल

वन विभाग की ओर से धौलपुर अभ्यारण में झिरी रक्षित वनक्षेत्र के कुल क्षेत्रफल 7027.35 हेक्टयर में से 3159.97 हेक्टयर के क्षेत्र को ही अभ्यारण में शामिल किया गया है। कुल क्षेत्रफल में से सरमथुरा फील्ड फायरिंग रेंज के 2143.76 हेक्टयर व चंबल अभ्यारण का 677.85 हेक्टयर तथा सरमथुरा फायरिंग रेंज के एक किमी तक के 1045.77 हेक्टयर क्षेत्र को अभ्यारण में शामिल नहीं किया गया है। इसी प्रकार वनखण्ड मदनपुर के कुल क्षेत्रफल 12510.86 हेक्टयर में से चंबल अभ्यारण के क्षेत्र 515.36 हेक्टयर, सरमथुरा फील्ड फायरिंग रेंज वनक्षेत्र व इसकी सीमा से एक किमी तक के क्षेत्र के 659.01 हेक्टयर व मदनपुर वनखण्ड की उत्तरी सीमा से एक किमी अंदर के वनक्षेत्र के 1325.187 हेक्टयर वन क्षेत्र को अभ्यारण में शामिल नहीं किया गयाहै। साथ ही शेष बचे 10011.3 हेक्टयर क्षेत्रफल को धौलपुर अभ्यारण में शामिल किया गया है। वन खण्ड सोने का गुर्जा के कुल क्षेत्रफल 8375.76 हेक्टयर में से चंबल अभ्यारण के 1167.04 हेक्टयर क्षेत्र को छोड़कर शेष 7208.72 हेक्टयर वनक्षेत्र को अभ्यारण में शामिल किया गया है। इसी प्रकार वनखण्ड झिरी,मदनपुर व सोने का गुर्जा के कुल क्षेत्रफल 27912.97 हेक्टयर में से 20426.11 हेक्टयर वन क्षेत्र अभ्यारण में शामिल किया गया है।

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