मध्यप्रदेश में जैसे-जैसे चुनाव नज़दीक आते जा रहे हैं यहाँ चुनावी सरगर्मी बढ़ रही है. सत्ता से लम्बे समय से बाहर चल रही कांग्रेस वोटरों को लुभाने के लिए गैस से लेकर पुरानी पेंशन तक के मुद्दों को उठा रही है. वहीँ दूसरी ओर सत्तारूढ़ बीजेपी कांग्रेस पर आक्रामक हमले करते हुए अपने चुनाव प्रचार को आगे बढ़ा रही है. मगर इसके अलावा इस चुनाव में एक तीसरा पक्ष भी है. प्रदेश भर में अलग-अलग मुद्दों को लेकर प्रदर्शन और हड़ताल जारी है. बीते दिनों से चल रही पटवारियों की हड़ताल चर्चा का केंद्र रही. वहीँ प्रदेश के नर्सिंग कॉलेजों में वार्षिक परीक्षाएँ एक लम्बे समय से रुकी हुई हैं. सोमवार को हुए कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी को इसी मुद्दे के चलते विरोध का सामना भी करना पड़ा.
बीजेपी का कार्यकर्ता महाकुम्भ
चुनाव के पहले अपने कार्यकर्ताओं में जोश भरने के उद्देश्य से भोपाल के जम्बूरी मैदान में भारतीय जनता पार्टी द्वारा कार्यकर्त्ता महाकुम्भ का आयोजन किया गया. साल 2013 के बाद यह तीसरा मौका था जब इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इसमें मुख्य वक्ता के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हुए. बीजेपी के अनुसार इस महाकुम्भ में प्रदेश भर से लगभग 10 लाख कार्यकर्ताओं ने भाग लिया. बीजेपी के इस कार्यक्रम को जहाँ एक ओर कार्यकर्ताओं का समर्थन मिला वहीँ दूसरी ओर कुछ विरोध का सामना भी करना पड़ा.
क्या है नर्सिंग घोटाला
मध्यप्रदेश में म.प्र. मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी नर्सिंग कॉलेजों को खुद से एफिलियेट करती है. इसका मतलब है कि सभी सरकारी और कुछ प्राइवेट कॉलेज इस यूनिवर्सिटी के अंतर्गत आते हैं. इन कॉलेजों में परीक्षाएँ इसी विश्विद्यालय के निर्देश में होती हैं. साल 2020 में प्रवेश लिए हुए विद्यार्थियों की परीक्षा 07 दिसंबर 2021 में होनी थी जिसके लिए यूनिवर्सिटी ने 22 अक्टूबर को सूचना जारी की थी मगर तकनीकि कारणों से वह लेट हो गई. इसके बाद यूनिवर्सिटी ने कई बार परीक्षा का नोटिस तो निकाला मगर परीक्षा नहीं हुई.
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यह मामला टलते हुए इस साल के फ़रवरी माह तक आ पहुँचा. मगर इसी दौरान नर्सिंग कॉलेजों कि मान्यता पर सवाल उठाते हुए हाईकोर्ट ने परीक्षाओं पर रोक लगा दी. अप्रैल के महीने में इसी विषय पर आधारित दिलीप कुमार शर्मा बनाम स्टेट ऑफ़ मध्यप्रदेश पर सुनवाई करते हुए मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच ने अप्रैल में नर्सिंग कॉलेजों की सीबीआई जाँच (MP Nursing college scam) का आदेश दे दिया था. मामला फिलहाल कोर्ट में है. ऐसे में नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता देने में हुई गड़बड़ी के चलते परीक्षाएँ स्थगित हैं.
चिकित्सा मंत्री के खिलाफ कार्यवाही की माँग
मामले पर एनएसयूआई से सम्बंधित नर्सिंग के छात्रों ने काले गुब्बारे छोड़कर पीएम के आगमन पर अपना विरोध दर्ज किया. इन गुब्बारों पर लिखा था, 'मोदी जी नर्सिंग परिक्षाएं कब होंगी?' अन्य गुब्बारों पर लिखा था कि 'मोदी जी नर्सिंग महाघोटाले के आरोपी मंत्री के विरुद्ध कार्रवाई कब होगी?' एनएसयूआई की मेडिकल विंग के संयोजक रवि परमार के अनुसार मध्य प्रदेश में नर्सिंग कालेजों के फर्जीवाड़े की वजह से लाखों नर्सिंग छात्र छात्राओं का भविष्य अधर में अटक गया है. वह कहते हैं कि परीक्षा की मांग करने पर छात्र-छात्राओं पर झूठे मुकदमें दर्ज़ कर 10 से 50 हजार रुपए तक के बांड भरवाएं जा रहें हैं. विरोध कर रहे छात्रों का आरोप है कि इस घोटाले में चिकित्सा शिक्षा मंत्री भी शामिल हैं ऐसे में प्रधानमंत्री द्वारा उनपर कार्यवाही के निर्देश दिए जाने चाहिए.
वहीँ आयोजन में भाषण देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जो युवा इस चुनाव में पहली बार वोट डालेंगे उन्होंने भाजपा की सरकार को ही देखा है. उन्होंने आगे कहा, “यह युवा सौभाग्यशाली हैं….यहाँ के युवाओं ने भाजपा का सुशासन ही देखा है.” इस मौके पर उन्होंने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. पीएम मोदी ने भाजपा के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि बूथ का हर कार्यकर्त्ता भाजपा का उम्मीदवार है. भाजपा को केवल विधानसभा चुनाव नहीं बल्कि हर बूथ जीतना है.
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