Haryana Violence: हरियाणा का नूंह अचानक से मीडिया की सुर्खियों में छा गया. कारण धार्मिक हिंसा. हिंसा की आग तब भड़की जब बीते सोमवार को हरियाणा के गुरुग्राम जिले से नूंह तक बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा निकाली गई. इस यात्रा की अगुवाई विश्व हिंदू परिषद और बजरंगदल द्वारा की गई. हरियाणा के विभिन्न जिलों से हजारों की संख्या में लोग इस यात्रा में शामिल हुए. भारतीय जनता पार्टी, गुरुग्राम की जिला अध्यक्ष गार्गी कक्कड़ ने इस यात्रा को हरी झंडी दिखाई. एहतियातन यात्रा के साथ पुलिस की टुकड़ी भी तैनात की गई.
इस यात्रा में सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन विवाद तब शुरू हुआ जब गौरक्षा दल के सदस्य मोनू मानेसर ने सोशल मीडिया पर दावा करते हुए कहा कि वो भी इस यात्रा में शामिल होगा. बता दें कि मोनू मानेसर नासिर-जुनैद की मौत का आरोपी है. मोनू पर हत्या का मामला भी दर्ज है और पुलिस की गिरफ्त से अब भी फरार है.
मोनू मानेसर के सोशल मीडिया पर किए गए दावे के बाद नूंह में दूसरे समुदाय के लोगों ने इस यात्रा का विरोध किया और उन्होंने भी सोशल मीडिया पर चेतावनी दी की अगर मोनू मानेसर मेवात के नूंह में आया तो वापस नहीं जाने देंगे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोनू मानेसर ने सोशल मीडिया पर दावा किया कि “वादा किया है तो आना पड़ेगा, स्वागत नहीं करोगे”….और इस पोस्ट के बाद नूंह में मुस्लिम समुदाय के लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर जा पहुंचा और अफवाह फ़ैल गई कि इस शोभा यात्रा में मोनू मानेसर शामिल है.
इस अफवाह के बाद दूसरे गुट के लोगों ने धार्मिक यात्रा में शामिल लोगों पर पत्थरबाजी करना शुरू कर दिया. इसी पत्थरबाजी ने बाद में दोनों गुटों में टकराव का रूप ले लिया और हालात देखते ही देखते सामुदायिक हिंसा में बदल गए.
Haryana Violence: अब तक क्या-क्या हुआ यहां पढ़ें पांच बड़े अपडेट:
1) मुख्यमंत्री खट्टर ने बताया साजिश:
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने नूंह हिंसा पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस यात्रा पर सुनियोजित और षड्यंत्र (Haryana Violence) के तहत हमला किया गया. उन्होंने कहा कि, किसी भी उपद्रवी को छोड़ा नहीं जाएगा. एक समाज की यात्रा हर साल आयोजित होती है. इस पर एक षडयंत्र के तहत आक्रमण किया गया. पुलिस के ऊपर भी हमला किया गया और यात्रा को रोका गया. वाहनों को आग लगाई गई जो कि किसी बड़ी साजिश की तरफ इशारा है.'
2) अगर हिंसा सुनियोजित तो सरकार क्या कर रही थी?
वहीं इस हिंसा पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कांग्रेस नेता दीपेंदर सिंह हुड्डा ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि,'हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि यह घटना पूर्व नियोजित थी, (Haryana Violence) इससे सरकार की विफलता साबित होती है. अगर सरकार कह रही है कि यह पहले से तय था तो सवाल उठता है कि वे क्या कर रहे थे.'
3) 5 की मौत कई घायल, कई जिलों में कर्फ्यू
नूंह में हुई इस हिंसा की आग देखते ही देखते आसपास के जिलों में भी फैल गई. पलवल, मेवात, सोनिपत, झज्जर सहित कई इलाकों में हिंसक झड़प की खबरें सामने आई. प्रशासन ने विभिन्न इलाकों में धारा 144 भी लगाई गई है.
4) 44 से ज्यादा FIR, 70 हिरासत में
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नूंह हिंसा में अब तक करीब 44 FIR दर्ज की गई है जबकी पुलिस ने 70 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है. इस हिंसा में अब तक दो पुलिस अधिकारियों समेत 5 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकी कई अन्य घायल है. सड़कों पर खड़े वाहनों में तोड़ फोड़ की गई, रोड साइड खड़े ट्रकों को भी आगे के हवाले कर दिया गया.
5) इंटरनेट-स्कूल बंद
हालातों को काबू में करने के लिए सरकार ने इंटरने बंद कर दिया है जबकी स्कूलों को बंद करने का भी आदेश दिया है. सोशल मीडिया पर फैल अफवाहों को रोकने के लिए सरकार ने इंटरने बंद कर दिया है. नूंह और फरीदाबाद समेत आस पास के इलाकों में इंटरनेट सेवाएं बुधवार तक बंद कर दी गई है. जबकी गुरूग्राम, नूंह, मेवात, पलवल सहित तमाम इलाकों में स्कूल बंद रहेंगे. कई परिक्षाएं भी टाल दी गई है.
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