Badaun Double Murder: बीते मंगलवार उत्तर प्रदेश के बदायूं में एक बड़ी वारदात अंजाम दी गई। बदायूं के बाबा कालोनी में रहने वाले ठेकेदार विनोद ठाकुर के घर में घुस कर उनके दो बच्चों, आयुष (13 वर्ष), अहान (6 वर्ष) की गला रेत कर हत्या कर दी गई। इस हत्या का आरोप उनके घर के सामने हेयर कटिंग सलून चलाने वाले 2 भाई, जावेद और साजिद पर है। घटना के बाद ही पुलिस मुठभेड़ में साजिद जिसकी उम्र 22 साल बताई जा रही है, का हो गया। 3 गोलियां लगने से उसकी मौके पर ही मृत्यु हो गई।
घटना के बाद से ही दूसरा आरोपी जावेद फरार था, पुलिस ने उसकी जांच के लिए 5 टीमें बनाई थीं, साथ ही उस पर 25,000 रुपये का इनाम भी रखा था। अब जावेद पुलिस की हिरासत में है।
कैसे पकड़ा गया जावेद।
जावेद घटना के बाद ही दिल्ली फरार हो गया था। उसका नंबर बंद होने के कारण पुलिस को उसे ट्रेस करने में भी दिक्कत जा रही थी। 36 घंटों से अधिक समय तक फरार रहने के बाद जावेद बरेली लौटा। उसका इरादा खुद को पुलिस के सामने सरेंडर करने का था। वही बरेली के सैटेलाइट बस स्टैंड के पास एक ऑटो में सवार था, जहां लोगों ने उसे पहचान लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।
बरेली पुलिस ने जावेद को अब बदायूं पुलिस के हवाले कर दिया है, जहां पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। सोशल मीडिया में जावेद का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमे जावेद ने खुद को निर्दोष बताया है।
घटना के वक्त कहां था जावेद
बकौल विनोद(मृतक बच्चों के पिता) जावेद और साजिद उनके घर बाइक से आए। साजिद घर के अंदर चला गया और जावेद बाहर ही रुका रहा, और साजिद ने अंदर जाकर अपराध को अंजाम दिया।
वहीं अगर जावेद के दादी और पिता के बयान देखें तो जावेद हत्या के वक्त उनके घर में ही था।
"मैं बदायूं गया हुआ था. वापस लौटकर आया तो पता चला कि साजिद को उसकी मां और जावेद खोज रहे हैं. उसकी किसी के साथ लड़ाई हो गई है। इसके बाद जावेद बाइक लेकर गया, ये करीब 7 बजे की बात होगी।"
वहीं जावेद की ने उसे बेक़सूर बताते हुए कहा
"ये काम साजिद का है. उस पर ऊपरी हवा का असर था. जावेद तो कतई बेकसूर है. उसको तो घटना होने के बाद जानकारी हुई. वो उस वक्त हमारा ही काम कर रहा था। कम उम्र का लड़का है, इसलिए डर के मारे घर से भाग गया है।
पुलिस ने इस मामले में दोनों आरोपियों के खिलाफ इस मामले में आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 452 (बिना अनुमति घर में घुसना, चोट पहुंचाने के लिए हमला), 302 (हत्या) और 307 (हत्या का प्रयास) के तहत केस दर्ज किया था।
क्यों अहम है जावेद की गिरफ्तारी
बच्चों के परिजनों के अनुसार साजिद ने बच्चों का, उन्ही के छत में गला रेत कर हत्या की थी। संगीता (मृतक बच्चों की मां) के बयान के मुताबिक, उनकी साजिद और जावेद से कोई रंजिश नहीं थी। साजिद का सलून भी विनोद के घर के सामने ही था। उनके बच्चे वहीं से बाल कटाते थे और उसे भैय्याजी कहते थे। जब हत्या हुई उस वक्त संगीता साजिद के लिए चाय बना रही थी। इसका मतलब दोनों पक्षों के बीच बातचीत थी।
अब जब की साजिद की पुलिस एनकाउंटर में मौत हो चुकी है, ऐसे में इस हत्या के पीछे का मकसद सिर्फ जावेद ही बता सकता है। वहीं विनोद ने कहा है कि
''हमारी उसके साथ कोई दुश्मनी नहीं थी। हमें इंसाफ चाहिए. जावेद को पकड़ा जाए, ताकि पता चले कि उन्होंने हमारे बेटों को क्यों मारा है. किसने करवाया है. रंजिश से करवाया है. यदि उसका एनकाउंटर हो गया तो ये राज रह जाएगा। हत्या की वजह पता नहीं चल पाएगी। पुलिस ऐसा कर देगी तो फिर कहानी ही बंद हो जाएगी।"
अब जावेद से पूछताछ पूरी होने पर ही साफ़ हो पाएगा कि हत्या के पीछे की वजह क्या है। मामला पैसे, आपसी रंजिश का है या फिर इसमें कोई और ही पेंच है।
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