World Food Day : प्रियंका शर्मा | डाइटिशियन, भोपाल | 16 अक्टूबर को दुनिया में वर्ल्ड फूड डे (World Food Day) के रूप में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य भुखमरी को लेकर जागरुक करना है। फूड एंड एग्रीकल्चर संगठन (FAQ) के मेंबर्स ने इसका आयोजन शुरु किया था। 1981 के बाद से इस दिन हर साल मनाया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत में भी लगातार कुपोषण के मामले बढ़ रहे हैं। इसके अलावा हाल ही में आए ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत 116 देश में 101वें स्थान पर है। भूख को लेकर जागरुकता फैलाने के लिए इस दिन को मनाया जाता है। स्वस्थ रहने के लिए सभी व्यक्ति को भरपूर पोषण की जरूरत होती है।
क्या है इस बार की फूड डे की थीम?
खाद्य संगठन के अनुसार, इस बार फूड डे की थीम है ''हमारे कार्य हमारा भविष्य हैं- बेहतर प्रोडक्शन, बेहतर वातावरण और बेहतर जीवन है।
स्वस्थ रहने के लिए भरपूर फल- सब्जी खाएं
रोजाना लोगों की कोशिश होना चाहिए कि वो दिन में दो टाइम अच्छी डाइट लें। वैसे भी हमारे यहां बहुत पुरानी कहावत है, भूखे पेट न भजन होये गोपाला।
वैसे भी हम सभी जानते हैं कि अच्छा खाना बहुत जरुरी है। हमारी थाली में सभी पोषक तत्व होना चाहिए। इसमें कार्बोहाइडेट्र, प्रोटीन, वसा, विटामिन होना जरूरी है। पोष्टिक आहार युक्त डाइट लेने से इम्युन सिस्टम मजबूत रहता है। इसके अलावा दूध युक्त प्रोडक्ट, लहसुन, प्याज और अंडा हमारे शरीर में खून को सुचारु रूप से जारी रखने में मदद करता है। इसके अलावा लाल रंग के फल और सब्जियों में लाइकोपीन पाया जाता है, जो सबसे शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है। इनमें अनार, टमाटर, तरबूज, चुकंदर शामिल है। इसके अलावा पपीता, संतरा, गाजर, नींबू आंखों और त्वचा के लिए लाभदायक रहते हैं। हरे रंग की सब्जी और फल खाने से फोर्लेट और आयरन की पूर्ति होती है। ये भी खून के लिए लाभदायक होता है। दोस्तों हमारी थाली में जितने अधिक रंग- बिरंगे खाद्य प्रदार्थ होंगे, हम उतने स्वास्थ्य रहेंगे।
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