News Desk, Ground Report
ईसाई धर्म में क्रिसमस और ईस्टर का विशेष महत्व है. क्रिसमस का इसलिए की इसा मसीह पैदा हुए थे और ईस्टर के दिन वह पुनः जीवित हुए थे. ईसाई धर्म ग्रंथ बाइबल के अनुसार, गुड फ्राइडे को इसा मसीह को सूली पर लटका दिया गया था. लेकिन ऐसा कहा जाता है कि गुड फ्राइडे के तीन दिन बाद इसा मसीह ने पुनः जन्म लिया था, इसलिए इस दिन को प्रभु यीशु के पुनः जीवित होने पर जश्न और उत्सव मनाया जाता है.
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ऐसा कहा जाता है कि इसा मसीह अपने शिष्यों के लिए वापस आये थे और 40 दिन तक अपने भक्तों के बीच रहकर उन्हें कई उपदेश दिए. इस दिन का ये भी महत्त्व है कि आज ही के दिन जीसस ने लोगों को माफ़ करने का उपदेश दिया था. जीसस ने मरने से पहले सबको माफ़ कर दिया था.
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ईसाई धर्म में ईस्टर अति पवित्र पर्व है। इस दिन घरों और गिरिजाघरों में प्रार्थना सभा की जाती है जिसमें प्रभु की महिमा का बखान किया जाता है। लोग एक दूसरे को प्रभु यीशु के पुनर्जन्म की शुभकामनाएं देते हैं। हालांकि, कोरोना वायरस महामारी के कारण इस साल लोग घरों में रहकर ही ईस्टर डे मना रहे हैं।