दिल्ली के जहांगीरपुरी में 16 अप्रैल को बिना इजाज़त के हनुमान जयंती की शोभायात्रा निकाली गई थी, जिसके बाद दो गुटों के बीच कहा सुनी हुई और बात दंगों तक पहुंच गई। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में सुकेन सरकार को गिरफ्तार किया है जिसने इस शोभायात्रा का आयोजन करवाया था।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक सुकेन के घर के बाहर बीजेपी का पोस्टर लगा है, उसकी पत्नी ने बताया कि वो बीजेपी का कार्यकर्ता था। हम हनुमान जी की स्थापना करना चाहते थे, जिसके लिए चंदा करके शोभायात्रा का आयोजन करवाया था। सुकेन की पत्नी ने बताया कि वो इस तरह के आयोजन पहले भी करते रहे हैं। सुकेन ने बताया था कि उसने इस जुलूस की इजाज़त ली थी। पुलिस सिविल ड्रेस में आई और सुकेन के साथ-साथ बच्चों को भी गिरफ्तार करके ले गई।
सुकेन का परिवार मूल रूप से पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद से करीब 30 साल पहले दिल्ली आया और जहांगीरपुरी में रहने लगा। उसके आसपास रहने वाले भी बंगाल से आए हिंदू ही हैं। दूसरी गलियों में बंगाली मुसलमान भी रहते हैं।
दिल्ली दंगों का बंगाल कनेक्शन
दिल्ली के दंगों में बंगाल कनेक्शन निकलकर सामने आया है। अबतक 23 लोग जो गिर्फ्तार हुए हैं, उनमें 5 मूलतः बंगाल के रहने वाले हैं। सुकेन सरकार मुर्शीदाबाद का रहने वाला है वो अपने परिवार के साथ 30 साल पहले दिल्ली आया था। उसके पड़ोसी सुजीत, भाई सुरेश और दो बेटे नीरज और सूरज को दिल्ली पुलिस ने गिर्फ्तार किया है।
तो वहीं इस दंगे का मास्टरमाईंड बताया जा रहा मोहम्मद अंसार पश्चिम बंगाल के ईस्ट मेदिनापुर हल्दिया का रहने वाला है। वो एक आईरन स्क्रैप डीलर है और करोंड़ों की संपत्ति का मालिक है।
दिल्ली पुलिस इस मामले की और पड़ताल करने के लिए बंगाल जाने वाली है। गृह मंत्री अमित शाह ने इस हिंसा की सख्ती से जांच करने के आदेश दिए हैं।
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