रिपोर्ट राजीव पांडेय
दुनिया में प्रत्येक व्यक्ति के प्रशंसक और आलोचक दोनो होते हैं। आलोचकों का काम आलोचना करना होता है, लेकिन जो व्यक्ति अपनी कला, मेहनत और धैर्य से आलोचकों को भी प्रशंसा करने पर मजबूर कर दे, वहीं असली नायक होता है।
हम क्रिकेट के मैदान पर धूम मचाने वाले एक ऐसे ही नायक विराट कोहली की बात कर रहे हैं।
अपने बल्ले और कप्तानी से कई कीर्तिमान स्थापित कर चुके कोहली अपने करियर के शुरुआत से हीं सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों मे शुमार रहे हैं। इसके बावजुद भी कई ऐसे मौके आए हैं जहां कोहली को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है लेकिन कोहली इन मौकों पर ऐसा कुछ कर जाते हैं कि आलोचकों का मुंह बंद हो जाता है।
आइये नजर डालते हैं कोहली द्वारा की गई कुछ शानदार करिश्माओं पर…..
ऑस्ट्रेलिया दौरा 2011-12
15 दिसम्बर 2011से शुरू यह वैसा दौरा था जिसने कोहली के ऊपर से सिर्फ वनडे स्पेशलिस्ट होने का टैग हटाया। इस दौरे से पहले ऐसा कहा लगा था कि कोहली टेस्ट के अच्छे खिलाडी़ नहीं हो सकते लेकिन बार्डर-गावस्कर ट्राफी के चौथे टेस्ट(एडिलेड टेस्ट) में कोहली ने जो किया वह पूरे सीरीज में किसी भी भारतीय बल्लेबाज ने नहीं किया। उछाल भरी एडिलेड के पिच पर कोहली ने छठे नम्बर पर बल्लेबाजी करते हुए कंगारू गेंदबाजों का डटकर सामना किया तथा अपना पहला शतक भी लगाया।
इसी दौरे में कामनवेल्थ सीरीज के दौरान विराट ने एक ऐसी पारी खेली जो क्रिकेट प्रेमियों के जेहन में आज भी होगी।
कोहली ने श्रीलंका के खिलाफ सिर्फ 86 गेंदों में 133 रन बना डाला था जिसके बदौलत 321 रनों का लक्ष्य भारत ने सिर्फ 36.4 ओवरों में हीं पा लिया था।
श्रीलंका दौरा 2015
दौरा शुरु होने से पहले विराट कोहली के लिए इसे कठिन दौरे की शुरुआत बताई गई थी क्योंकि भारत श्रीलंका में टेस्ट सीरीज नहीं जीत पाया था। विराट की अगुआई में भारत ने पहली बार श्रीलंका में सीरीज जीती तथा विराट ने अपने कप्तानी का लोहा मनवाया।
आस्ट्रेलिया दौरा 2014
इस दौरे को खुद कोहली लंबे समय तक याद रखेंगे। यह दौरा कई कारणों से महत्वपूर्ण रहा। इस दौरे से पहले विराट कोहली को उनकी गर्लफ्रेंड (तब) अनुष्का शर्मा को लेकर उनको यह कह कर ट्रोल किया जाता था कि स्टेडियम में अपनी गर्लफ्रेंड की उपस्थिति से विराट का खेल प्रभावित हो रहा है। विराट ने इन सभी बातों का परवाह किये बिना बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में 4 शतकों के साथ रिकार्ड 692 रन बनाए। जबकि उस दौरान अनुष्का भी स्टेडियम में मौजुद रहती थीं।
इंगलैंड दौरा 2018
वर्तमान में चल रहे इंग्लैंड दौरे को क्रिकेट पंडितों और आलोचकों ने विराट के लिए अब तक का सबसे कठिन दौरा माना था। उनका मानना था कि पिछले 2014 के दौरे में विराट कोहली ने इंग्लैंड के गेंदबाजों खासकर जेम्स एंडरसन को काफी कठिनाई के साथ खेला था। गौरतलब है कि उस दौरे में कोहली ने सिर्फ 134 बनाए थे।
वर्तमान दौरे के एजबेस्टन में खेले गए पहले ही टेस्ट में विराट कोहली ने दिखा दिया कि वे किसी भी ग्राउंड में किसी भी गेंदबाज के खिलाफ खेल सकते हैं। उन्होंने इस टेस्ट में एक शतक के साथ 200 रन बनाए।
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