हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मिलने जा रही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से उत्तर प्रदेश पुलिस की बदसलूकी तस्वीरें सामने आई हैं। तस्वीरों में देखे जा सकता है कि कैसे योगी राज में यूपी पुलिस प्रियंका गांधी के साथ बदसलूकी कर रही है और उनका कुर्ता खींचते नजर आ रही है। इस तस्वीर को शेयर कर शिवसेना दिग्गज नेता संजय राउत ने कहा, क्या योगी जी के राज में महिला पुलिस नहीं है।
बीजेपी विधायक ने हाथरस गैंगरेप जैसी घटनाओं के पीछे लड़कियों के संस्कार और चाल-चलन को बताया जिम्मेदार
इससे पहले कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका ने घोषणी करते हुए कहा था कि वे हाथरस गैंगरेप की शिकार 19 वर्षीय दलित महिला के परिवार से मिलने जाएंगे। इस दौरान राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के काफिले पर यूपी पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया। जिसमें कई कार्यकर्ताओं को चोटें आईं। लेकिन काफी जद्दोजहद के बाद प्रियंका गांधी खुद कार चलाकर राहुल गांधी के साथ हाथरस पहुंची परिवार से मुलाकात की।
इससे पहले प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा कि, हाथरस के पीड़ित परिवार के प्रश्न: 1. सुप्रीम कोर्ट के जरिए पूरे मामले की न्यायिक जाँच हो 2. हाथरस DM को सस्पेंड किया जाए और किसी बड़े पद पर नहीं लगाया जाए 3. हमारी बेटी के शव को बगैर हमसे पूछे पेट्रोल से क्यों जलाया गया? 4. हमें बार-बार गुमराह किया, धमकाया क्यों जा रहा है? 5. हम इंसानियत के नाते चिता से फूल चुनकर लाए मगर हमें कैसे माने कि यह शव हमारी बेटी का है भी या नहीं? इन प्रश्नों के उत्तर पाना इस परिवार का हक है और उप्र सरकार को ये जवाब देना पड़ेगा। 2/2
बता दें कि 14 सितंबर को चार सवर्णों द्वारा गांव की ही रहने वाली दलित युवती के साथ सामुहिक बलात्कार किया और उसके साथ मार पीट की गई। इस घटना में पीड़िता को कई गंभीर चोटे आई थी। जांच में पाया गया कि उसके शरीर में कई जगह फ्रेक्चर थे और जुबान भी काट दी गई थी। आनन-फानन में पीड़िता को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया। इसके दो सप्ताह बाद दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज के दौरान पीड़िता की मौत हो गई।
हाथरस गैंगरेप मामले में कब, कैसे, क्या हुआ, पढ़ें पूरी टाइमलाइन…
लेकिन इस पूरे घटनाक्रम के बाद सबसे ज्यादा परेशान करने वाली बात रही कि पीड़िता के शव को रातों-रात पुलिस प्रशासन द्वारा जला दिया गया। परिवार को अंतिम संस्कार भी नहीं करने दिया गया। जिसके बाद लोग और मीडिया आक्रोशित हो गए और पिछले कई दिनों से मामला मीडिया की सुर्खियों में छाया हुआ है।
Ground Report के साथ फेसबुक, ट्विटर और वॉट्सएप के माध्यम से जुड़ सकते हैं और अपनी राय हमें Greport2018@Gmail.Com पर मेल कर सकते हैं।