Powered by

Advertisment
Home हिंदी

RE-invest Gujarat: 500 GW अक्षय ऊर्जा क्षमता हासिल करने की जद्दोजहद

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को गुजरात के गांधीनगर जिले में चौथी वैश्विक नवीकरणीय ऊर्जा निवेशक बैठक (री-इन्वेस्ट) 2024 का उद्घाटन किया।  सम्मेलन का आयोजन नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) द्वारा किया गया था।

By Ground report
New Update
Re Invest
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को गुजरात के गांधीनगर जिले में चौथी वैश्विक नवीकरणीय ऊर्जा निवेशक बैठक (री-इन्वेस्ट) 2024 का उद्घाटन किया।  सम्मेलन का आयोजन नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) द्वारा किया गया था। इस सम्मेलन में सरकार, उद्योग और वित्तीय क्षेत्रों के प्रतिनिधियों सहित 10,000 से अधिक प्रतिनिधि भाग लिया है।

Advertisment

इस सम्मेलन का मुख्य विषय मिशन 500 गीगावॉट है। इस मिशन से आशय दशक के अंत तक अपनी नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता का विस्तार करने की भारत की महत्वाकांक्षा से है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अपने लक्ष्यों के हिस्से के रूप में, भारत वैश्विक ऊर्जा हिस्सेदारी में अपनी स्थिति मजबूत करने की भी योजना बना रहा है।

उद्घाटन समारोह के दौरान केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने प्रधानमंत्री के नेतृत्व की सराहना की और कहा,

भारत न केवल पांचवीं सबसे बड़ी बल्कि दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था भी है। पीएम मोदी के नेतृत्व में, भारत स्वच्छ ऊर्जा के मुद्दे पर जोर दे रहा है। भारत के प्रधान मंत्री बनने पर, उन्होंने एक स्वच्छ और अधिक टिकाऊ दुनिया बनाने के लिए इसे एक वैश्विक मिशन बना दिया।

इस कार्यक्रम के उद्घाटन में केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रल्हाद जोशी, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल, और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू भी शामिल थे। इन सब के अतिरिक्त भजनलाल शर्मा (राजस्थान के मुख्यमंत्री), प्रमोद सावंत (गोवा के मुख्यमंत्री), विष्णु देव साई, (छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री), और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी इस सम्मलेन में हिस्सा लिया।

इस आयोजन के प्रमुख भागीदार नॉर्वे, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया और डेनमार्क हैं। घरेलू स्तर पर, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना और गुजरात सहित भारतीय राज्यों ने भी सम्मेलन में सक्रिय भागीदारी दिखाई है।

इस मौके पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी मध्यप्रदेश की ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर परियोजना और अन्य नवीकरणीय परियोजनाओं का जिक्र किया। डॉ यादव ने आगे कहा,

मैं आश्वस्त करता हूं कि माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में 2030 तक 500 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा के लक्ष्य को प्राप्त करने में मध्यप्रदेश अपनी एक बड़ी भूमिका का अदा करेगा।  

Support us to keep independent environmental journalism alive in India.

Keep Reading

The costliest water from Narmada is putting a financial burden on Indore 

Indore’s Ramsar site Sirpur has an STP constructed almost on the lake 

Indore Reviving Historic Lakes to Combat Water Crisis, Hurdles Remain

Indore’s residential society saves Rs 5 lakh a month, through rainwater harvesting

Follow Ground Report on X, Instagram and Facebook for environmental and underreported stories from the margins. Give us feedback on our email id [email protected]

Don't forget to Subscribe to our weekly newsletter, Join our community on WhatsApp, and Follow our YouTube Channel for video stories.