मामला मध्यप्रदेश के भिंड ज़िले के पढौरा से एक शर्मनाक मामला सामने आया है। यहां एक शासकीय हाईस्कूल में एक अनुसूचित जाति वर्ग के छात्र (आशीष) ने अपने शिक्षक (रविंद्र गुप्ता) पर टॉयलेट की सफाई कराने का आरोप लगाया है।
दलित टाईम्स की ख़बर के मुताबिक़, छात्र सोमवार को जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में अपने परिवार वालों के साथ शिकायत करने पहुंचा था। छात्र का कहना है कि टॉयलेट की सफाई करने के लिए जब उसने मना किया तो शिक्षक ने उसके साथ मारपीट की।
ज़िला शिक्षा अधिकारी दी गई शिकायत में में परसाला निवासी आशीष के पिता नाथूराम ने कहा है कि, “मेरा बेटा आशीष शासकीय हाईस्कूल पढौरा में कक्षा 9वीं में पढ़ता है। स्कूल के शिक्षक रविंद्र गुप्ता उससे स्कूल टॉयलेट साफ करने के लिए कहतें हैं। शिक्षक ने उसके साथ मारपीट भी की है। क्योंकि मेरे बेटे ने टॉयलेट साफ करने से मना कर दिया था।
मामले पर ज़िले के शिक्षा अधिकारी (डीईओ ) हरभवन सिंह तोमर ने कहा कि जांच रिपोर्ट में जो भी तथ्य सामने आएंगे उनके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने न्याय का आश्वासन देते हुए कहा, “शिक्षक द्वारा छात्र के साथ गलत व्यवहार किया जाना गलत है।‘’
मध्यप्रदेश का भी यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले साल 2019 में मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के स्कूल से ऐसा ही मामला सामने आया था। जहाँ स्कूल के टीचर ने बच्चे से स्कूल के टॉयलेट साफ करवाए थे। दलित बच्चे से स्कूल का टॉयलेट साफ करवाने जैसी घिनौनी हरकत पहले भी कई राज्यों से सामने आ चुकी हैं।
हमारा देश दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया। हमके विश्वगुरू भी बनना है। लेकिन हमारे देश में पढ़ाने वाले गुरू तो आज भी सैकड़ों साल पुराने ढर्रे पर ही चल रहे हैं। दलित समाज को इस देश में कब तक अपमान सहना होगा? इसका जवाब शायद ही कोई दे सकेय़
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