ग्राउंड रिपोर्ट | न्यूज़ डेस्क
धौलाधार यानी सफेद-श्वेत, हिमाचल प्रदेश में स्थित एक खूबसूरत पर्वतमाला जो अपने मनोरम और विहंगम दृश्यों के लिए जानी जाती है। हिमालय का मध्यम भाग जो हिमाचल के चम्बा, कांगड़ा, किन्नौर तक फैला हुआ है। धर्मशाला, मैक्लोडगंज, कांगरा वैली और हनुमान टिब्बा जैसे पर्यटन स्थल यहां मौजूद हैं। देश और दुनिया से कई पर्यटक यहां धौलाधार पहाड़ों की खूबसूरती का आनंद लेने पहुंचते हैं।
लगातार बढ़ते पर्यटन से पहाड़ी क्षेत्रों में प्रदूषण बढ़ रहा है। जिससे इन पहाड़ों की खूबसूरती लगातार कम हो रही है। पहाड़ों में लोगों द्वारा जहां तहां पानी, कोल्ड्रिंक, बियर की बोतल फेंकने और जहां तहां गंदगी फैलाने की वजह से पहाड़ो की सुंदरता पर दाग लग रहा है। इस दाग को साफ करने का जिम्मा उठाया है धौलाधार कलीनर्स नें।


यह एक स्थानीय लोगों का समूह है जो हर हफ़्ते धौलाधार के अलग-अलग इलाकों में स्वच्छता अभियान चलाता है। अभियान की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को दी जाती है ताकि ज़्यादा से ज़्यादा लोग सफाई अभियान में मदद के लिए पहुंच सकें।

धौलाधार कलीनर्स द्वारा शुरू किए गए इस अभियान से कई लोग जुड़ रहे हैं। हर हफ़्ते बच्चों से लेकर बुज़ुर्ग तक हर कोई सफाई के लिए जुट जाता है। तय इलाके में शुरू होता है फिर सफाई अभियान जो घंटो तक चलता है। इन लोगों का स्वच्छता को लेकर समर्पण देखते ही बनता है। धौलाधार कलीनर्स सफाई के साथ-साथ पौधरोपण का भी काम कर रहे हैं। अलग-अलग गांवों में जाकर लोगों को स्वच्छता के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है।


धौलाधार कलीनर्स की तरह अगर हर शहर और गांव में लोग अपने क्षेत्र की सफाई का काम अपने हाथ में ले लें, तो भारत दुनिया के स्वच्छतम देशों में शुमार हो सकता है। बस ज़रूरत है तो लगन और कड़ी मेहनत की।