Ground Report News Desk | New Delhi
ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) राज्यसभा चुनाव को लेकर चर्चा में हैं। बीजेपी का दामन थामने के बाद अटकलें तेज़ हो गई हैं कि सिंधिया बीजेपी के टिकट से राज्यसभा जाएंगे लेकिन केन्द्र सरकार में मंत्री बनाए जाएंगे या नहीं इस पर संशय बरकार है। सदस्यता ग्रहण करने के दौरान ही बीजेपी सिंधिया को राज्यसभा का टिकट थमा चुकी है लेकिन कोरोना काल के चलते फिलहाल चुनाव होना संभव नजर नहीं आ रहा है।
सिंधिया खेमा मांग कर रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया मोदी सरकार के केन्द्रीय मंत्री मंडल में शामिल किए जाएं लेकिन बीजेपी के ही एक केन्द्रीय मंत्री के बयान के बाद इस पर भी फिलहाल अंकुश नजर आ रहा है। सिंधिया खेमे की ओर से शिवराज कैबिनेट में खाद्य आपूर्ति मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने मांग की है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को केन्द्र में मंत्री बनाया जाए लेकिन इस पर केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल ने कहा कि बीजेपी में मांग से लोग मंत्री नहीं बनते हैं, ये हमारी परंपरा नहीं है।
हांलाकि उन्होंने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को केन्द्र में मंत्री बनाए जाने की मांग हाईकमान तक पहुंच गई होगी और वो ही तय करेंगे। इससे ज्यादा मैं कुछ नहीं कह सकता हूं। वहीं राज्यसभा चुनाव के मद्देनजर मध्य प्रदेश में भी सियासी पारा चढ़ता नजर आ रहा है।
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एक वक्त वो भी था जब सिंधिया बीजेपी की हर बात पर निशाना साधा करते थे लेकिन एक वक्त ये भी है जब वे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तारीफों के पुल बांधने से नहीं चूकते। कोरोना संकट के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के काम की सराहना करते हुए सिंधिया ने ट्वीट कर कहा, मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी ने प्रदेश के हमारे लाखों श्रमिक भाइयों के हित में श्रम सुधारों का ऐलान करते हुए जो कल्याणकारी कदम उठाए है, उससे निश्चित रूप से प्रदेश में रोजगार और उद्योग के अवसर बढ़ेंगे।
वहीं कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में से एक दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन ने ट्विट कर सिंधिया पर निशाना साधते हुए कहा, आज ही के दिन मेरठ से देश के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की मशाल जलाई गयी थी। वो तो एक महाराज की महत्वाकांक्षा आड़े आ गयी थी नहीं तो मंगल पांडे, बहादुर शाह, रानी लक्ष्मीबाई, तात्या टोपे और हमारे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के अमर बलिदान ने 1857 में ही आजादी का इतिहास लिख दिया होता।
बहरहाल, सिंधिया को अभी लंबा इंतजार करना होगा। यूं तो चुनाव तय समय पर होना थे लेकिन कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन को देखते हुए मामला जून तक खिंचता नजर आ रहा है। बीजेपी के टिकट से सिंधिया राज्यसभा जाएंगे ये तो तय माना जा रहा है लेकिन सिंधिया को मोदी सरकार के केन्द्रीय मंत्री मंडल में जगह मिलेगी या नहीं इस पर संशय बरकरार है।