ग्राउंड रिपोर्ट । न्यूज़ डेस्क
एटीएम, डेबिट और क्रेडिट कार्ड हम सभी इस्तेमाल करते ही हैं। आए दिन इन कार्ड्स के ज़रिये धोखाधड़ी की खबरें सामने आती रहती हैं। समय-समय पर रिज़र्व बैंक ऐसी धोखाधड़ी से बचाने के लिए नए नियम लागू करता है। रिज़र्व बैंक ने आपके कार्ड की सुरक्षा और बढ़ाने के लिए नए नियम जारी कर दिए हैं जो 16 मार्च से लागू कर दिए जाएंगे। इन नियमों को आप बेहतर ढंग से समझ लें ताकि भविष्य में आप किसी ऑनलाईन या कार्ड संबंधित धोखाधड़ी के शिकार न बनें।
जानिए क्या हैं ये नए नियम-
1.बैंको को आदेश दिया गया है कि अब वे नए ग्राहकों को घरेलू इस्तेमाल वाले कार्ड ही जारी करें। ग्राहक को अंतर्ऱाष्ट्रीय इस्तेमाल वाले कार्ड केवल आवेदन के बाद ही दिए जाएं। पहले बैंक अपनी मर्जी से ग्राहकों को कार्ड जारी करते थे।
2.मौजूदा ग्राहकों को अपने पुराने कार्ड में जाकर अन्य सुविधाएं जैसे अंतर्ऱाष्ट्रीय ट्रांसैक्शन को निष्क्रीय करवाना होगा।
3.बैंकों के ग्राहक अपने डेबिट और क्रेडिट कार्ड पर ऑनलाइन, फिजीकल, कांटैक्ट लेस के ट्रांजैक्शन को अपनी मर्जी से ऑन-ऑफ कर सकते हैं। इसके साथ ही बैंक ग्राहक कार्ड पर ट्रांजैक्शन की लिमिट भी सेट कर सकेंगे। यह नियम PoS या ATM पर भी लागू होगा। हालांकि यह नियम प्रीपेड गिफ्ट कार्ड और बस, मेट्रो में इस्तेमाल होने वाले कार्ड पर लागू नहीं होगा।
4.यूजर्स 24×7 अपने एक्सेस को ऑन/ऑफ कर सकते हैं, साथ ही अपने लिमिट को भी बदल सकते हैं। वे मोबाइल एप्लिकेशन, इंटरनेट बैंकिंग, एटीएम, इंटरएक्टिव वॉयस रिस्पांस (आईवीआर) के जरिए सभी ट्रांजैक्शन लिमिट को चालू या बंद कर सकते हैं।
5.इंटरनेशनल ट्रांजैक्शन, ऑनलाइन ट्रांजैक्शन, कार्ड-नॉट-प्रेजेंट ट्रांजैक्शन और कॉन्टैक्टलेस ट्रांजैक्शन के लिए कस्टमर्स को अपने कार्ड में एक नया फीचर जोड़ना होगा।
कुल मिलाकर अब रिज़र्व बैंक ने ग्राहकों को अपने एटीएम कार्ड पर ज़्यादा नियंत्रण दे दिया है यानि अब आप अपना कार्ड कहां-कहां, कैसे और कब इस्तेमाल करेंगे इसका नियंत्रण आपके हाथ में होगा। अब बैंक अपनी मनमर्ज़ी नहीं चला पाएंगे।
कैसे ज़ुड़ें नए नियम से?
अपने मौजूदा कार्ड पर नए नियम लागू करने के लिए आपको अपने बैंक से संपर्क करना होगा। वहां जाकर आपको अपने कार्ड के बारे में जानकारी लेनी होगी। बैंक की वेबसाईट पर जाकर भी आप अपने कार्ड पर सेवाओं को चालू या बंद कर पाएंगे।
अगर आप नया कार्ड लेने जा रहे हैं तो अपनी ज़रुरत के हिसाब से ही कार्ड जारी करने को कहें। इसके लिए आपको अलग-अलग के कार्ड के बारे में समझ होनी चाहिए।
कितने तरह के होते हैं डेबिट और क्रेडिट कार्ड?

1- रुपे डेबिट कार्ड
रुपे डेबिट कार्ड NPCI द्वारा जारी किया गया है। यह भारत में ही संचालित होता है और लेनदेन को ज्यादा सुविधाजनक बनाता है। इसपर लोगों को अतिरिक्त शुल्क भी नहीं देना होता है।

2- वीजा डेबिट कार्ड
आपने कार्ड पर VISA लिखा हुआ देखा होगा। यह कार्ड अमेरिकी कंपनी द्वारा संचालित किया जाता है। यह अंतरराष्ट्रीय लेनदेन में भी काम आता है लेकिन इसपर निश्चित शुल्क देय होता है।

3- मास्टर कार्ड
मास्टर कार्ड का भी प्रयोग ऑनलाइन पेमेंट के लिए किया जा सकता है। विदेश में भी इसका उपयोग किया जा सकता है। यह भी अमेरिकी कंपनी द्वारा संचालित होता है। 210 देशों में इसका उपयोग किया जा सकता है।

4- मैस्ट्रो डेबिट कार्ड
यह भी अंतरराष्ट्रीय संस्था द्वारा चलाई गई डेबिट कार्ड सेवा है। इसकी स्थापना 1992 में हुई थी। बैंकों के पास मैस्ट्रो डेबिट कार्ड को जारी करने का अधिकार होता है। दुनियाभर के अनेक देशों में यह मान्य है।

5- कॉन्टैक्टलेस डेबिट कार्ड
कॉन्टैक्टलेस डेबिट कार्ड का भी उपयोग पीओएस टर्मिनलों पर किया जा सकता है। इससे डिजिटल पेमेंट सुरक्षित रहता है और कैशलेस भुगतान के लिए सही रहते हैं। इसका उपयोग छोटे पेमेंट करने के लिए ज्यादा किया जाता है।
अब जब भी नया कार्ड लें अपनी ज़रुरत के हिसाब से ही उसे चुनें। कई बार लोग जानकारी न होने की वजह से ऑनलाईन धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं। इसलिए यह बहुत ज़रुरी है कि आप अपने कार्ड के फीचर्स बखूबी जानें।