Ground Report । Mumbai
हालही में महाराष्ट्र नवनिमार्ण सेना के चीफ़ राज ठाकरे ने मुंबई में एक रैली को संबोधित करते हुए अवैध बांग्लादेशियों को देश से बाहर निकालने को लेकर बयान दिया था। उनके इस बयान के कुछ दिन बाद ही मनसे के कार्यकर्ताओं ने बोरीवली पूर्वी के चिकुवाड़ी इलाके में अवैध तरीक़े से रह रहे बांग्लादेशियों को ढ़ूंढ़ने के लिय कुछ मुस्लिम बस्तियों में घरों की तलाशी ली, साथ ही उन लोगों के आधार कार्ड और आईडी कार्ड चेक किए । मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गुरुवार शाम को मनसे के कार्यकर्यता ने तलाशी अभियान चलाया ।
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इससे पहले भी राज ठाकरे अपने हिंदुत्ववादी रुख को तेज करते हुए पिछले रविवार को मुंबई की सड़क पर उतरे हैं। यहां उन्होंने अवैध पाकिस्तानी-बांग्लादेशी प्रवासियों को देश के बाहर निकालने के लिए जुलूस निकाला था।
राज ठाकरे ने रैली में कहा था कि, “मुझे समझ नहीं आता कि सीएए के खिलाफ मुसलमान आखिर क्यों प्रदर्शन कर रहे हैं। सीएए उन मुसलमानों के लिए नहीं है जो भारत में पैदा हुए हैं। आप किसे अपनी ताकत दिखा रहे हैं। पत्थर का जवाब पत्थर से और तलवार का जवाब तलवार से दिया जाएगा।”
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मनसे के कार्यकर्ताओं को पुलिस का साथ भी मिला। पुलिस ने भी मनसे के कार्यकर्ताओं साथ मिलकर तलाशी अभियान चलाया। उनका कहना है कि यदि अवैध तरीके से रह रहे बांग्लादेशियों को भागने के लिए पुलिस की आवश्यकता भी पड़ी तो वो भी ली जाएगी। मनसे ने इन लोगों को निकालने के लिए अपनी स्टाइल में तैयारी कर ली है, इन्होंने कई पोस्टर भी लगाए।
पोस्टरों में मनसे ने लिखा था- ‘भारत मेरा देश है, मेरा मेरे देश पर प्रेम है। घूसखोरी करने वाले मेरे बंधु नहीं और ना ही वो भारतीय हैं। उन्हें इस देश से निकाल देना चाहिए।’ पोस्टर में राज ठाकरे और उनके बेटे अमित ठाकरे की तस्वीरें लगी हैं। अभी कुछ दिन पहले राज ठाकरे ने सीएए के मुद्दे पर मोदी सरकार को सपोर्ट करने का ऐलान किया था।
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