Suyash Bhatt | Bhopal
मध्यप्रदेश उपचुनाव के मद्देनजर इन दिनों राज्य का सियासी पारा चढ़ा हुआ है। कांग्रेस-बीजेपी के नेताओं में दल बदलने की पहले ही होड़ लगी हुई है लेकिन अब सपोर्टिंग पार्टियां भी इस रेस में शामिल हो चुकी हैं। ग्वालियर चम्बल संभाग के बसपा (बहुजन समाज पार्टी) के दो दर्जन से ज्यादा बड़े नेताओं हाथी की सवारी छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया है।
दो दर्जन से अधिक नेता बीएसपी से कांग्रेस में शामिल
मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले की करेरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ चुके प्रागी लाल जाटव ने 2 दर्जन से अधिक बड़े नेताओं के साथ कांग्रेस की सदस्यता ली है। पूर्व सीएम कमलनाथ से मिलने के बाद पूर्व विधानसभा अध्यक्ष नर्मदाप्रसाद प्रजापति, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, सज्जन वर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष रामनिवास रावत सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने बसपा नेताओं को कांग्रेस की सदस्यता दिलाई।
बीएसपी के ये नेता हुए कांग्रेस में शामिल
बसपा से डबरा की तीन बार नगर पालिका अध्यक्ष, महासचिव, जिला अध्यक्ष रहीं सत्यप्रकाशी परसेणीयां, महामंत्री भाजपा केशव बघेल, फेरणसिंघ कुशवाह, रामेश्वर परिहार पार्षद बसपा, सुरेश पाल, नरेश प्रजापति, रामावतार सिंह, बाबूलाल गौर, अशोक कुशवाह, बुदनी से अमन सूर्यवंशी, रामेश्वर परिहार, दिनेश खटीक समेत कई नेताओं ने कांग्रेस की सदस्यता ली है।
बीजेपी को जोर का झटका
दरअसल जाटव का नाम करेरा विधानसभा क्षेत्र में वोट बैंक वाले नेताओं में माना जाता है। जाटव का कांग्रेस में शामिल होना उपचुनाव से पहले बसपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। बता दें की प्रागी लाल जाटव के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चाएं काफी पहले से चल रही थी। प्रागी लाल जाटव पिछले 3 बार से बसपा के लिए चुनाव लड़ते आए हैं। जाटव के कांग्रेस में शामिल होने से बीजेपी को जोर का झटका लगा है।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज है कि क्षेत्र में प्रागी लाल जाटव की धाक और उनके अपने वोट बैंक के चलते चुनाव में इसका सीधा नुकसान बीजेपी को होना तय है। वहीं बीजेपी में रहे प्रेमचंद गुड्डू भी बीते दिनों कांग्रेस ज्वॉइन कर चुके हैं। अब देखना होगा कि इस राजनीतिक समिकरण से किसे कितना नुकसान और किसे कितना फायदा होगा।