नई दिल्ली, 8 सितंबर। यूं तो देश में आम चुनाव अगले साल होने हैं लेकिन राजनैतिक पार्टियों ने उसके लिए अभी से कमर कसना शुरू कर दी है। मुख्य विपक्षी पार्टी राफेल, कालाधन, नोटबंदी, जीएसटी जैसे मुद्दों के जरिए सरकार को घेर रही है तो वहीं सत्तारूढ़ एनडीए अपनी योजनाओं और कामयाबियों को जनता तक पहुंचाने में प्रयासरत हैं।
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इन सब से इतर पॉलिटिकल पीआर कंपनी आईपैक ने एक शोध के माध्यम से देश के सामने चुनावों के लिए एजेंडा सामने रखा है। इस शोध में देश भर के 57 लाख से ज्यादा लोगों को शामिल किया गया था। शोध के दौरान महिला सशक्तिकरण, किसानों के हितों की रक्षा, आर्थिक असमानता को कम कर मानवीय दृष्टिकोण के साथ समान विकास देश के लोगों की प्राथमिकता जैसे अहम मुद्दे सामने निकलकर आए।
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वहीं इस रिसर्च में सांप्रदायिक एकता और सौहार्द्र, युवाओं की राष्ट्र निर्माण में अर्थ पूर्ण भागीदारी, प्रांतीय भाषाओं का विकास, प्रारंभिक शिक्षा, ग्रामीण स्वच्छता जैसे अहम मुद्दों का लोगों ने जिक्र किया।
इन मुद्दों और एजेंडे को अपनाने और अमल में लाने के लिए आगामी आम चुनाव में योग्य प्रधानमंत्री पद के लिए नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी का नाम शीर्ष पर है। बता दें कि महात्मा गांधी की 150वीं जयंती वर्ष के अवसर पर इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमिटी (I-PAC) ने नेशनल एजेंडा फोरम (NAF) लॉन्च किया था।
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नेशनल एजेंडा फोरम के जरिए 57 लाख से ज्यादा लोगों ने देश की वर्तमान प्राथमिकताएं तय करने की प्रक्रिया में हिस्सा लिया। महात्मा गांधी के 150वीं जयंती वर्ष के अवसर पर इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमिटी (I-PAC) द्वारा लॉन्च किए गए नेशनल एजेंडा फोरम (NAF) के जरिए महिलाओं के सामाजिक, राजनीतिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण पर लोगों ने सबसे ज्यादा जोर दिया।
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वहीं किसानों के हितों की रक्षा और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना, देश में आर्थिक समानता के लिए प्रयास, युवाओं की राष्ट्र निर्माण में अर्थ पूर्ण भागीदारी को भी लोगों ने भारत की वर्तमान प्राथमिकता माना।
देश में सांप्रदायिक सद्भाव और शांति बनाए रखना भी देश की लोगों की प्रमुख प्राथमिकताओं में से एक रहा। इसके अलावा शिक्षा, ग्रामीण स्वच्छता, प्रभावी संवाद को बढ़ाने के लिए भारतीय भाषाओं का विकास, नागरिकों के लिए स्वच्छ जल, भोजन एवं शुद्ध वायु की उपलब्धता को सुनिश्चित करने जैसे मुद्दे भी देश के एजेंडे में शामिल रहे।
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देश का एजेंडा अमल में लाने के लिए योग्य नेताओं में नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी लोगों की पसंद रहे जबकि एजेंडा लागू करने में योग्य मुख्यमंत्रियों के मामले में अरविंद केजरीवाल, ममता बनर्जी, नवीन पटनायक और नीतीश कुमार को सबसे ज्यादा पसंद किया गया।
आगामी कुछ महीनों में I-PAC, NAF इकोसिस्टम के सहयोग और युवा एसोसिएट्स के साथ मिलकर जनता के एजेंडे को लोगों के बीच ले जाएगा, खासतौर पर युवाओं के बीच में, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि गांधीवादी आदर्शों में निहित देश की प्रमुख प्राथमिकताओं को लेकर लोगों में जानकारी हो और लोग इसमें सम्मिलित रहें। I-PAC भविष्य में जिस भी राजनीतिक दल के साथ काम करेगा, उस पार्टी के घोषणा-पत्र में जनता के एजेंडे को शामिल करवाना भी सुनिश्चित करेगा।
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इसके अलावा गैर राजनीतिक लोगों में अभिनेता अक्षय कुमार, अन्ना हजारे, अभिनेता आमिर खान, क्रिकेटर एमएस धोनी को लोगों ने राजनीति में देखने के लिए वोट किया। इन नामों के अलावा नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी, बाबा रामदेव, पूर्व आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन, रतन टाटा, पत्रकार रवीश कुमार, सौरव गांगुली भी उन गैर राजनीतिक लोगों में शामिल हैं जिन्हें लोग सक्रिय राजनीति में देखना चाहते हैं।
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