मध्यप्रदेश में कमलनाथ की अगुवाई में बनी कांग्रेस सरकार पर अब संकट के बादल मंडराने लगे हैं। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा मंगलवार को भाजपा पर लगाए गए विधायकों के खरीद-फरोख्त के दावों के बाद से ही सियासी संग्राम जारी है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा ने उनके और बसपा के विधायकों को बंधक बनाया हुआ है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने दावा किया है कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी ने कांग्रेस विधायकों को खरीदने का प्रयास किया है। हालांकि बाद में उन्होंने कहा कि होटल में 10-11 विधायक थे, जिनमें 6 विधायक कांग्रेस कैंप में लौट आए हैं। दिग्विजय के मुताबिक बाकी के 4 विधायकों को बीजेपी ने बंगलुरु भेज दिया है लेकिन वह सभी भी लौट आएंगे।
इससे पहले, मध्य प्रदेश के वित्त मंत्री तरुण भनोत ने एनडीटीवी से बातचीत में आरोप लगाया, “कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने हमें फोन किया और बताया कि हमें (विधायकों) गुरुग्राम के आईटीसी होटल में जबरन रखा गया है और जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। एक विधायक का फोन आने के बाद हमारे दो मंत्री जयवर्धन सिंह और जीतू पटवारी गुरुग्राम के होटल में आठ विधायकों से मिलने पहुंचे थे लेकिन उन्हें होटल के अंदर जाने नहीं दिया गया।”
विधायकों को 50-60 करोड़ रुपये दिए जा रहे !
कमलनाथ सरकार में मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र की हत्या करनी चाहती है। मोदी जी ने अलग तरह की राजनीति की बाद की थी। क्या इस तरह की राजनीति वे करना चाहते हैं। विधायकों को 50-60 करोड़ रुपये दिए जा रहे हैं। हमारे कुछ विधायक बंगलूरू में हैं, लेकिन वे हमारे साथ हैं। पटवारी ने आरोप लगाया कि इन सबके पीछे शिवराज सिंह चौहान का हाथ है। कई वीडियो और ऑडियो वायरल हैं जो बताते हैं कि जो कुछ भी हो रहा है उसके पीछे उनका ही हाथ है। जीतू पटवारी और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने दावा किया कि मध्यप्रदेश की सरकार को कोई खतरा नहीं है।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा- ” हॉर्स ट्रेडिंग के बात सच है, लेकिन कांग्रेस सरकार स्थिर है। भाजपा डरी हुई है क्योंकि आने वाले समय में उसके 15 साल के घाेटालों का खुलासा होना है। मुझे तो कांग्रेस विधायक खुद बता रहे हैं कि उन्हें कितने पैसों का ऑफर दिया जा रहा है। अगर फ्री का पैसा मिल रहा है तो ले लो।”
पिछले साल मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी नेता गोपाल भार्गव ने कमलनाथ सरकार पर विधानसभा में हमला बोलते हुए कहा था कि अगर उनकी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से एक इशारा किया गया तो यहां कांग्रेस की सरकार 24 घंटे नहीं टिक सकती है।
आप ग्राउंड रिपोर्ट के साथ फेसबुक, ट्विटर और वॉट्सएप के माध्यम से जुड़ सकते हैं और अपनी राय हमें Greport2018@gmail.com पर मेल कर सकते हैं।