20 जनवरी, नई दिल्ली। पिछले 6 महीनों से भी ज्यादा दिनों से फेलोशिप में वृद्धि की मांग कर रहे देश भर के रिसर्च स्कॉलर अब अनिश्चितकाली हड़ताल पर हैं। कभी रिसर्च स्कॉलर कैंडल मार्च निकाल रहे हैं तो कभी पैदल मार्च और कभी पोस्ट कार्ड अभियान चलाकर सरकार तक अपनी बात पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं।
रिसर्च स्कॉलर्स की राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आज 5वां दिन है। देश भर के कई संस्थानों में जहां पैदल मार्च और कैंडल मार्च निकाल कर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया वहीं नई दिल्ली IIT के रिसर्च स्कॉलर्स पोस्ट कार्ड कैंपन चला रहे हैं।
इस मामले में IIT से पीएचडी कर रहे विक्की नंदल ने बताया कि हम लोग पोस्ट कार्ड अभियान चला रहे हैं। करीब 2000 पोस्ट कार्डों के जरिए महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, MHRD और DST इंडिया तक अपनी बात पहुंचाएंगे।

हड़ताल के पांचवे दिन IIT दिल्ली के करीब 200 लोग इस अभियान का हिस्सा बने और अपने-अपने तरीके से सरकार तक बात पहुंचाने का काम किया। वहीं रिसर्च स्कॉलर्स सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर #protestuntilmemo के नाम से एक कैंपन चला रहे हैं।
बता दें कि देश भर के रिसर्च स्कॉलर्स की फेलोशिप में पिछले चार वर्षों से वृद्धि नहीं की गई है। जबकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘जय अनुसंधान’ का नारा बुलंद कर भारत को विश्वगुरू बनाने की बात कह रहे हैं। देश भर के रिसर्च स्कॉलर्स अब इस आंदोलन के जरिए सरकार से फेलोशिप बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
इससे पहले रिसर्च स्कॉलर्स की राष्ट्रीय प्रतिनिधियों की टीम केन्द्रीय मानव संसाधन और विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और अन्य अधिकारियों को इस मामले में ज्ञापन दे चुके हैं लेकिन तय समय सीमा से भी कई दिन बीत जाने के बाद जब फेलोशिप नहीं बढ़ी तो रिसर्च स्कॉलर्स ने 16 जनवरी को राष्ट्रव्यापी आंदोलन छेड़ दिया।