Hathras Gangrape Case: हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) खुद कार चलाकर हाथरस पहुंची। प्रियंका के साथ राहुल गांधी भी उसी कार से पहुंचे। राहुल गांधी प्रियंका के ठीक बगल वाली सीट पर बैठे हुए थे। राजनीति में ऐसी तस्वीरे अमूमन कम ही देखने को मिलती है जब एक राजनेता खुद कार चलाए। शनिवार शाम कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी दिल्ली से हाथरस की ओर रवाना हुए तो कार की ड्राइविंग सीट पर पार्टी महासचिव और उनकी बहन प्रियंका गांधी नजर आईं। सफेद रंग की टोयोटा कार की कमान प्रियंका ने खुद संभाल रखी थी। राहुल गांधी बगल की सीट पर बैठे थे।
हाथरस गैंगरेप मामले में कब, कैसे, क्या हुआ, पढ़ें पूरी टाइमलाइन…
हाथरस पहुंचने के बाद प्रियंका गांधी ने पीड़िता के परिवार से बातचीत की। बातचीत के दौरान पीड़िता के परिवार की महिलाएं बात करते-करते फफककर रो पड़ीं। उन्हें गले लगाकर प्रियंका गांधी ने ढांढस बंधाया और हिम्मत दी। इस पल की एक तस्वीर शशि थरूर ने ट्वीटर पर शेयर कर लिखा, “किसी का दर्द मिल सके तो ले उधार, किसी के वास्ते हो तेरे दिल में प्यार, जीना इसी का नाम है।” और हाँ ये कर दिखाने का हौंसला, दिल, जज्बात और “मौका” ऊपर वाला सब को नही देता। आप में अगर ये जज्बात हैं तो कीजिए, आपको किसने रोका है, मौका ही मौका है।
उत्तर प्रदेश प्रशासन पिछले कुछ दिनों से किसी को भी हाथरस के पीड़ित परिवार से मिलने की इजाजत नहीं दे रहा था लेकिन भारी हंगामे के बाद योगी सरकार ने दिल्ली-नोएडा बॉर्डर (DND) से प्रियंका-राहुल की कार को रवाना होने की इजाजत दी, लेकिन बाकी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को डीएनडी फ्लाईओवर से आगे नहीं जाने दिया गया। यह दूसरा मौका है, जब दोनों नेता हाथरस में गैंगरेप पीड़िता के परिजनों से मिलने के लिए पहुंचे। दो दिन पहले उन्हें हाथरस से काफी पहले हाईवे पर ही रोक लिया गया था।
प्रियंका गांधी को सिल्वर टोयोटा कार को चलाते हुए हाथरस की ओर निकलीं। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने ड्राइविंग सीट पर बैठीं प्रियंका की तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की। प्रियंका नीले रंग की पोशाक में और राहुल गांधी सफेद कुर्ता पहने हुए दिखाई दिए, दोनों ने चेहरे पर मास्क लगा रखा था और इस दौरान बेहद शांत नजर आए। कार की पिछली सीट पर लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, दलित नेता पीएल पुनिया और पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल बैठे थे।
भारत में बलात्कार के मामलों में जाति का ज़िक्र क्यों?
वहीं यूपी पुलिस के एडीजी (Law & Order) लव कुमार ने कहा कि हमने राहुल और प्रियंका गांधी सहित सिर्फ़ 5 लोगों को इजाज़त दी है। राहुल गांधी के साथ कुछ कार्यकर्ता आगे जाने के लिए अड़े हुए थे। लिहाजा हल्का बल प्रयोग किया गया है। राहुल गांधी को पीड़ित परिवार से मिलने दिया जाएगा। यूपी पुलिस राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को पीड़ित परिवार से मिलने से नहीं रोकेगी। क़ानून व्यवस्था के लिए ट्रैफ़िक रोका गया है। थोड़ी देर में सब बैरियर खोल दिए जाएंगे।
दिल्ली से हाथरस की दूरी करीब 200 किलोमीटर है। इससे पहले राहुल गांधी ने आज दोबारा हाथरस जाने का ऐलान करते हुए कहा था कि कोई भी ताकत उन्हें पीड़िता के परिजन से मिलने से नहीं रोक सकती। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के इस अडिग रुख के बाद यूपी सरकार के रवैये में बदलाव देखा गया है। दिल्ली-नोएडा बॉर्डर (Delhi-Noida Border) पर मौजूद भारी संख्या में पुलिस बल ने नारेबाजी कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज भी किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि उनकी आवाज को दबाया जा रहा है, लेकिन लाठीचार्ज से वे डरने वाले नहीं हैं।
Ground Report के साथ फेसबुक, ट्विटर और वॉट्सएप के माध्यम से जुड़ सकते हैं और अपनी राय हमें [email protected] पर मेल कर सकते हैं।