नए कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब-हरियाणा के किसान 77 दिन से दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों ने 12 फरवरी से राजस्थान में सभी टोल फ्री करने का ऐलान भी किया है। आंदोलनरत संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में आज एक अहम फैसला लिया गया है। इस फैसले में आंदोलन को और तेज करने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है। इस फैसले के बाद अब सरकार के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी हो सकती है।
- संयुक्त मोर्चा ने अब किसान ट्रैक्टर रैली और देशभर में चक्का जाम करने के बाद अब 18 फरवरी को दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक रेल रोको अभियान चलाने का फैसला किया है।
- इसके अलावा संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में चार अहम प्वाइंटों पर फैसला लिया गया है। 12 फरवरी से राजस्थान के सभी रोड पर टोल प्लाजा को टोल मुक्त करवाया जाएगा।
- इसके अलावा 14 फरवरी को पुलवामा हमले में शहीद जवानों के बलिदान को याद किया जाएगा। इसके लिए देश भर में कैंडल मार्च में मशाल जुलूस और अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
- संयुक्त मोर्चा ने 16 फरवरी को किसान मसीहा सर छोटू राम की जयंती के दिन देशभर में किसान एकजुटता दिखाने का फैसला किया है।
किसान आंदोलन 77 दिन में 70 जानें गईं
सिंघु बॉर्डर पर मंगलवार को एक किसान की मौत हो गई। मृतक का नाम हरिंदर और उम्र करीब 50 साल थी। कृषि कानूनों के खिलाफ किसान 26 नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं। इस दौरान अलग-अलग वजहों से 70 किसानों की मौत हो चुकी है। कुछ ने खुदकुशी कर ली तो कुछ की मौत बीमारी या ठंड से हो गई।
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