भारत में तकनीकि शिक्षा प्रदान करने वाले इंजीनियरिंग कॉलेज पहले मनमानी फीस वसूलते थे। लेकिन अब AICTE (All India council for technical education ने पहली बार इंजीनियरिंग, डिज़ाईन आर्ट एंड क्राफ्ट फ्रोग्राम्स में ग्रैजुएशन और पोस्ट ग्रैजुएशन कोर्सेस में मिनिमम और मैक्सीमम फीस निर्धारित कर दी है। इससे इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले छात्रों को लाभ मिलेगा। उन्हें पहले से पता होगा कि कितनी फीस उन्हें साल में देना है।
पहले कॉलेजेस मनमाने ढंग से फीस बढ़ा सकते थे, लेकिन अब इस पर कैप लगा दिया गया है।
यह निर्णय (एआईसीटीई) ने जस्टिस श्रीकृष्णन कमेटी और प्रो. मनोज कुमार तिवारी कमेटी की सिफारिशों को ध्यान में रखते हुए लिया है। हालांकि अभी यह प्रस्ताव शिक्षा मंत्रालय के पास रिव्यू के लिए गया है, वहां से पास होने के बाद ही यह देश भर में लागू हो पाएगा। राज्यों के पास इसे लागू न करने का भी अधिकार होगा। यानि राज्य चाहें तो इस प्रस्ताव को अपने यहां लागू होने से रोक सकते हैं।
कैसे होगा फायदा?
- बीटेक और एमटेक जैसी डिग्री करने वाले छात्रों के लिए मिनिमम और मैक्सीमम फीस निर्धारित होगी
- अगले सत्र से इंजीनियरिंग, डिजाइन, एप्लाइड आर्ट एंड क्राफ्ट प्रोग्राम में होगा लागू
- सरकारी के साथ-साथ प्राईवेट कॉलेज पर भी लगेगा फीस कैप
- इंजीनियरिंग कॉलेज मनमाने ढंग से फीस नहीं बढ़ा पाएंगे
- साल में केवल 5 फीसदी ही फीस बढ़ोतरी कॉलेज कर सकेंगे
- केवल चार वर्गों में ही फीस ले सकते हैं, जिसमें ट्यूशन, डेवलेपमेंट, एग्जामिनेशन और अन्य हैं
- एग्ज़ामिनेशन फीस भी ट्यूशन फीस के एक फीसदी से अधिक नहीं हो सकती
- संस्थान को जानकारी अपनी अधिकारिक वेबसाइट पर भी अपलोड करनी होगी
क्यो लिया गया यह फैसला?
इंजीनियरिंग कॉलेज खास तौर पर प्राईवेट कॉलेज अभी मनमाने ढंग से फीस वसूल रहे हैं। यह 50 हजार रुपये से लेकर दस से 15 लाख रुपये सालाना तक है। कई छात्र तकनीकि शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं लेकिन फिस ज्यादा होने की वजह से वो अन्य कोर्स में दाखिला ले लेते हैं।
हर राज्य में अपना खुद का फीस स्ट्रक्चर है। बड़े शहरों में कॉलेजेस के अपने नखरे हैं। वो ट्यूशन फीस के अलावा कई अन्य चार्जेज़ छात्रों से वसूल रहे हैं। इंजीनियरिंग की डिग्री भारत में व्यापार बन गई है। जहां निजी कॉलेजेज़ का उद्देश्य केवल फीस वसूलना रह गया है। इससे इन कॉलेजेस पर नकेल कसेगी।
कितनी होगी अब फीस?
प्रोग्राम- कोर्स- न्यूनतम और अधिकतम फीस (ANNUAL)
यूजी-इंजीनियरिंग- 79, 000-1.89 लाख
पीजी- इंजीनियरिंग-1.4?1 लाख -3.03 लाख
डिप्लोमा-इंजीनियरिंग- 67,000- 1.40 लाख
यूजी- डिजाइन- 94,000-2.25 लाख
पीजी -डिजाइन- 1.55 लाख- 3.14 लाख
यूजी- एप्लाइड आर्ट एंड क्त्रसॅफ्ट- 1.10 लाख- 2.53 लाख
पीजी-एप्लाइड आर्ट एंड क्त्रसॅफ्ट- 1.48 लाख- 2.25 लाख
डिप्लोमा- एप्लाइड आर्ट एंड क्त्रसॅफ्ट- 81,000- 1.64 लाख
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