केंद्र सरकार ने लॉकडाउन ( lockdown ) बाद स्कूल दोबारा से खोलने पर कुछ अहम फैसले लिए हैं। केंद्र सरकार ने फैसला किया है कि 1 सितंबर से 14 नवंबर तक स्कूलों को चरणबद्ध तरीके से खोला जाएगा। इसे लेकर केंद्र सरकार ने प्लान तैयार किया है।
केंद्र सरकार की तरफ से मानव संसाधन मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय के कुछ विशेषज्ञों की राय के आधार पर इसे तैयार किया गया है। पहले 15 दिनों में 10वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थीयों को स्कूल जाना होगा। एक कक्षा के विभिन्न सेक्शन के विद्यार्थीयों को विशेष दिन स्कूल जाना होगा। स्कूल में अगर किसी कक्षा के चार सेक्शन हैं तो इन्हें विशेष दिन तय किए जाएगें। स्कूल का तय समय जो 5-6 घंटे था, उसे घटाकर 2-3 घंटे किया जाएगा।
साथ ही यह सुझाव है कि स्कूलों को शिफ्टों में चलाया जाए। स्कूलों को शिफ्टों में खोला जाएगा जिसमें 8-11 बजे तक और 12-3 बजे की दो शिफ्टे होंगी। इन शिफ्टों के मध्य एक घंटे के समय का इस्तेमाल कक्षाओं को सेनिटाइजर करने के लिए किया जाएगा।
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सरकार प्री-प्राइमरी या प्राइमरी स्कूल के छात्रों को स्कूल जाने के पक्ष में नहीं है इसलिए उनके लिए ऑनलाइन कक्षाओं के साथ जारी रखी जाएगीं । कक्षा 10वीं और 12वीं की कक्षाएं शुरू करने के बाद कक्षा 6वीं से 9वीं के लिए प्रतिबंधित समय के साथ कक्षा शुरू करने की सलाह दी जाएगी। स्कूलों को सलाह दी जाएगी यदि किसी स्कूल में इन कक्षाओं के कई सेक्शन हैं तो कक्षाओं में विस्तार किया जाऐ ।
अधिकारी का कहना है कि हमने स्विट्जरलैंड जैसे देशों पर अध्ययन किया है कि उन्होंने बच्चों को सुरक्षित किस तरीके से स्कूल वापस लाया है। वैसा ही मॉडल भारत में तैयार किया जाएगा। यह फैसला स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन की अध्यक्षता में सचिवों के साथ एक बैठक में लिए गए हैं। अंतिम निर्णय राज्य सरकारों पर छोड़ा जाएगा कि छात्रों को कब और कैसे कक्षाओं में वापस लाया जाए।
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