सरकारी स्कूलों में लड़कियों का बढ़ता नामांकन

girls enrollment in scholl is increasing

सपना कुमारी, मुजफ्फरपुर, बिहार | जीवन में सफलता प्राप्त करने और कुछ अलग करने के लिए शिक्षा अर्जित करना सभी के लिए महत्वपूर्ण है. यह स्त्री एवं पुरुषों दोनों के लिए समान रूप से जरूरी है, क्योंकि शिक्षा जीवन के कठिन समय में तमाम तरह की चुनौतियों से सामना करने में सहायता करती है. समाज … Read more

महिला कुली के रूप में आत्मनिर्भर दुर्गा

female coolie durga borwar baitul

Pooja Yadav from Bhopal, MP  | देश में ऐसे कई अवसर आए हैं जब महिलाओं ने अपने हौसले और संघर्ष से आत्मनिर्भरता की अनोखी दास्तान लिख दी है. फिर चाहे वह आदित्य L1 की प्रोजेक्ट डायरेक्टर के तौर पर उनकी भूमिका हो या फिर एक ऑटो रिक्शा ड्राइवर के रूप में उनका काम हो. आज देश का ऐसा … Read more

बच्चों को कुपोषण मुक्त बनाने में कितने कारगर हैं आंगनबाड़ी केंद्र?

aanganbadi center

भावना, लूणकरणसर, बीकानेर, राजस्थान | आज़ादी के बाद स्वास्थ्य के क्षेत्र में देश जिन चुनौतियों का सामना कर रहा था उनमें बच्चों में कुपोषण की समस्या भी एक थी. देश के ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों में कुपोषण बहुत ज़्यादा थी. गरीबी और आर्थिक पिछड़ेपन के कारण गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार उपलब्ध नहीं हो पाता … Read more

त्वचा के रंग के आधार पर किशोरियों से हो रहा है भेदभाव 

skin color discrimination with girls in india

रितिका, गरुड़, उत्तराखंड | 21वीं सदी साइंस और टेक्नोलॉजी का दौर कहलाता है. लेकिन इसके बावजूद कुछ मुद्दे ऐसे हैं जो आज भी मानव सभ्यता के लिए किसी कलंक से कम नहीं है. इसमें सबसे बड़ा मुद्दा रंगभेद का है. त्वचा और रंग के आधार पर इंसान का इंसान के साथ भेदभाव करने की संकीर्ण … Read more

जलवायु परिवर्तन से कृषि प्रभावित हुई तो बागवानी बनी किसानों का सहारा

Horticulture and climate change

नरेंद्र सिंह बिष्ट, हल्द्वानी, उत्तराखंड | जलवायु परिवर्तन ने जहां पूरे विश्व को चिंता में डाल दिया है वहीं इसके चलते पर्वतीय समुदाय भी कृषि कार्य से विमुक्त हो गया है. परिणामस्वरूप पहाड़ों से पलायन और तेजी से भूमि को बेचना दिखायी दे रहा है. विशाल निर्माण कार्यो ने पहाड़ों के अस्तित्व को खतरे में … Read more

मध्य प्रदेश: आदिवासी समाज में भी बढ़ रहा है लैंगिक भेदभाव

dhar madhya pradesh

प्रेम विजय, धार, मध्य प्रदेश । सदियों से आदिवासी समाज भले ही आर्थिक रूप से सशक्त नहीं हुआ है, लेकिन सामाजिक रूप से वह हमेशा सभ्य समाज की परिकल्पना को साकार करता रहा है. जहां महिलाओं को जीवन के उन सभी क्षेत्रों में आज़ादी मिली हुई है, जिसके लिए आज आधुनिक समाज की महिलाएं संघर्ष … Read more

हरित आवरण से ही जलवायु परिवर्तन पर नियंत्रण संभव

Green watchdog committee will now report to Environment Ministry

अमृतांज इंदीवर, मुजफ्फरपुर, बिहार | मौसम की मार झेलते किसान एक बार और आस खो चुके हैं. खरीफ फसलों की तैयारी बेकार हो गई है. उप्र, बिहार, झारखंड सहित अन्य राज्यों की खेती चौपट होती जा रही है. किसानों के चेहरे पर मायूसी के बादल साफ दीख रहे हैं. गांवों में किसान इंद्रदेव को प्रसन्न … Read more

बाढ़ की विभीषिका से विकास में पिछड़ते गांव

muzaffarpur floods

फूलदेव पटेल, मुजफ्फरपुर, बिहार | जुलाई अगस्त का महीना आते ही उप्र, बिहार और उत्तर पूर्वी राज्य बाढ़ की चपेट में आ जाते हैं. जनजीवन बिल्कुल अस्त-व्यस्त हो जाता है. समस्या केवल आदमी तक सीमित नहीं है बल्कि पशुओं के दाना-साना से लेकर चारागाह और चिकित्सा तक की रहती है. बाढ़ आते ही किसानों की … Read more

दिव्यांगों की बस्ती जो ‘साइलेंट विलेज’ के नाम से पहचानी जाती है

Divyang's colony which is known as 'Silent Village'

हरीश कुमार, डोडा, जम्मू । भारत का गांव हो या शहर, कहीं ना कहीं कोई दिव्यांग पुरुष और महिला नजर आ ही जाती है. लेकिन देश में एक ऐसा गांव भी है, जहां पीढ़ी दर पीढ़ी महिला और पुरुष किसी न किसी रूप में दिव्यांग ही जन्म लेते हैं. यह बस्ती जम्मू कश्मीर के जम्मू … Read more

मिट्टी के चूल्हे से नहीं मिली मुक्ति

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सपना कुमारी, मुजफ्फरपुर, बिहार | उत्तर भारत की अधिकतर ग्रामीण आबादी का भोजन लकड़ी और खर-पतवार पर ही बनता रहा है. ग्रामीण महिलाओं के जिम्मे जो महत्वपूर्ण काम रहा है, वह है दिन में बाग-बगीचों से खर-पतवार चुनकर, लकड़ियों को काटकर लाना और मिट्टी के चूल्हे पर भोजन बनाने का इंतजाम करना. लेकिन भोजन बनाने … Read more

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