ग्राउंड रिपोर्ट । आज़मगढ़
आज़मगढ़ के बिलरियागंज में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में धरने पर बैठी महिलाओं पर सुबह तड़के पुलिस ने लाठीचार्ज किया और टियर गैस के गोले छोड़े। साथ ही कुछ लोगों की गिरफ्तारी भी की गई। इस घटना के बाद से स्थानीय लोगों में पुलिस को लेकर काफी आक्रोश है और लोग अपना गुस्सा सोशल मीडिया पर ज़ाहिर कर रहे हैं। विरोध प्रदर्शन करने वालों का कहना है कि वह शांतिपूर्ण ढंग से विरोध कर रहे थे लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया, महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया।
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देश के विभिन्न हिस्सें से नागरिकता कानून का विरोध जारी है। इससे पूर्व भी बिलरियागंज और मुबारकपुर में सीएए, एनआरसी का विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी जिसके बाद मुबारकपुर क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया था। हाल ही पुलिस प्रशासन की ओर से कड़ी चेतावनी भी दी गई थी कि यदि धारा 144 का उल्लंघन किया गया तो प्रशासन की ओर से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन की ओर से जारी निर्देश में कहा गया था कि धरना स्थल पर आने वाली गाड़ियों के कागज़ात की बारीकी से जांच होगी। यदि कागज़ात में कमी पायी गई तो भारी जुर्मान भरना पड़ेगा। इतना ही नहीं धरना में आने वाले लोगों की जन्म कुंडली के साथ ही उनके परिवारों की जन्मकुंडली भी खंगाली जाएगी। किसी भी परिवार के सदस्य के ऊपर पुराना मुकदमा दर्ज है तो उसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा यदि कोई समूह बनाकर धरना प्रदर्शन करता है तो उस पर पुलिस को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दे दिए गये थे।
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बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून के सदन से पारित हो जाने के बाद से शहर में इसके विरुद्ध लगातार धरना प्रदर्शन हो रहे हैं। बीते 21 जनवरी को इस कानून के विरोध में शहर के कर्बला मैदान में भारी जन सैलाब उमड़ पड़ा। हाथों में तख्तियां लिए हज़ारों की संख्या में लोगों ने कर्बला मैदान में उपस्थित होकर इस कानून का विरोध किया। इससे पूर्व भी रैली एवं विरोध प्रदर्शन हुए हैं जिस कारण प्रशासन सुरक्षा के मद्देनज़र सतर्क है।