52 वर्षीय किसमल वासुनिया झाबुआ के उदयपुरिया गाँव के रहने वाले हैं. यह गाँव मध्यप्रदेश के उस हिस्से में आता है जहाँ से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे गुज़रता है.
Mahua and Tribals | देश के अलग-अलग हिस्सों में रहने वाले आदिवासियों का जीवन वनों और वनोत्पादों पर निर्भर है. महुआ ऐसे ही महत्वपूर्ण वनोत्पाद में से एक है.
“यह हमला मुझपर नहीं बल्कि आदिवासी समाज पर हमला है. यह उनकी जागरूकता पर हमला है. शिवराज सरकार से आदिवासियों की जागरूकता बर्दास्त नहीं हो पा रही है इसलिए वह यह कार्यवाही कर रही है.”